प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षक भर्ती आने की प्रतीक्षा कर रहे प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को सदन में दिए गए बेसिक शिक्षा मंत्री के जवाब से झटका लग सकता है। अतारांकित प्रश्न पर मंत्री ने जवाब दिया है कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक व छात्रों का अनुपात मानक के अनुसार पूर्ण है। उन्होंने जवाब में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के स्वीकृत, कार्यरत और रिक्त पदों की जानकारी भी दी है।
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में वर्ष 2018 के बाद से शिक्षक भर्ती नहीं आई। प्रशिक्षित अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की लगातार मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक मांग पूरी नहीं हुई। इधर, बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के स्वीकृत और रिक्त पदों तथा रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी करने को लेकर पिछले दिनों सदन में प्रश्न लगाया गया। इस पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने जवाब दिया है कि प्राथमिक विद्यालयों में स्वीकृत पद 4,17,886 के सापेक्ष प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक के 85,152 पद रिक्त हैं।
इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्वीकृत पद 1,62,198 के सापेक्ष प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक के 41,338 पद रिक्त हैं। इस तरह प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत 3,32,734 शिक्षक तथा 1,47,766 शिक्षामित्र की संख्या सम्मिलित करते हुए छात्र शिक्षक अनुपात 30:1 मानक के अनुसार पूर्ण है। इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालय 27,555 अनुदेशक की संख्या को में कार्यरत 1,20,860 शिक्षक एवं सम्मिलित करते हुए छात्र शिक्षक अनुपात 35:1 मानक के अनुसार पूर्ण है।
इस पर युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने खत्म किए गए शिक्षकों के पदों को बहाल करने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है। कि सुप्रीम कोर्ट के पारित आदेश के बाद शिक्षामित्र और अनुदेशक को बतौर सहायक अध्यापक नहीं माना जा सकता। इस कारण रिक्त पदों पर शिक्षक भर्ती की मांग की है।