ये बिहार का सरकारी स्‍कूल है जनाब... सफाई देख चौंक जाएंगे आप, पढ़ाई भी दमदार, देखें Video


सत्यम कुमार/ भागलपुर. बिहार के शिक्षा के स्तर के बारे में सभी लोगों को पता है. बिहार के रहने वाले लोग अपने बच्चे को अक्सर बाहर पढ़ने भेजते हैं. खासकर सरकारी विद्यालयों का नाम सुनते ही एक बात जेहन में आती है कि बच्‍चे सिर्फ खाने और खेलने जाते होंगे. हालांकि भागलपुर के नवगछिया में एक ऐसा सरकारी विद्यालय जहां स्वच्छता के साथ साथ शिक्षा की स्थिति भी बेहतर है. स्वच्छता इस स्कूल की ऐसी है कि मानो किसी पार्क में घूमने आए हैं. हम बात कर रहे हैं नवगछिया अनुमंडल के खरीक प्रखंड के कन्या प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया की. इसे बिहार राज्य में 28 स्वच्छ विद्यालयों में से आठवां और जिले में प्रथम स्थान मिला है.


स्वच्छता, शिक्षा और प्राकृतिक सजावट में नंबर वन है. राज्य स्तर से शिक्षा विभाग ने पूरी तरह से स्वच्छ 28 विद्यालयों का चयन किया, जिसमें भागलपुर जिले से कन्या प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया को स्वच्छ विद्यालय घोषित करते हुए प्रधानाध्यपक को बिहार स्वच्छ विद्यालय 2022 का पुरस्कार दिया है. स्कूल परिसर में क्यारी में सुंदर ढंग से तरह तरह के सजावटी पेड़ पौधों को लगाया गया है. इतना ही नहीं बच्चे अनुशासित तरीके से स्कूल में प्रवेश करते हैं. पढ़ाई और भोजन से पूर्व सेनेटाइजर व हैंडवाश का प्रयोग करते हैं. क्लास रूम के बाहर डस्टबिन है. लड़के लड़कियों के लिए अलग और स्वच्छ सुंदर शौचालय है. इस विद्यालय में 149 बच्चे नामांकित हैं. पढ़ाई सफाई भोजन से लेकर खेल खुद के बेहतर इंतजाम के कारण 75 प्रतिशत बच्चे नियमित स्कूल पहुंचते है. सभी बच्चे बेसिक जानकारी के साथ साथ सिलेबस की भी जानकारी रखते हैं.

ऐसे स्कूलों से और भी स्कूलों को सीखने की जरूरत

प्रधानाध्यपक विद्यासागर ने बताया कि 2012 में इस विद्यालय में प्रभार मिला था. उस वक्‍त ये चैलेंज था कि बच्चों की उपस्थिति कैसे हो. जितना संसाधन थे, उस पर काम किया. सरकार की ओर से हर वर्ष 50 हजार मिलते है, उसका समुचित सदुपयोग होता है. स्कूल में बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए पूरे बिहार में स्वच्छ विद्यालयों में एक रहा. वहीं, बच्चों ने बताया कि पढ़ाई अच्छी होती है, मन लगता है और शिक्षक अच्छे से पढ़ाते हैं. वहीं, भागलपुर के जिलाधिकारी सुब्रत सेन ने बताया कि ऐसे स्कूलों से और भी स्कूलों को सीखने की जरूरत है. ऐसे शिक्षकों को हम लोगों ने सम्मानित भी किया. सभी स्कूलों को अव्वल बनाने की कोशिश है.