चुनाव की तैयारी में लगे शिक्षक, कोर्स पूरा करना बनी चुनौती

 

सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं की त्रैमासिक परीक्षा 12 सितंबर से शुरू होगी। सभी सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों के लिए तय समय पर परीक्षा कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं, वहीं परीक्षा से पहले कोर्स पूरा करने की जद्दोजहद स्कूलों में की जा रही है। आगामी  चुनावी तैयारी के चलते कई सरकारी शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ में लगाई गई है। ऐसे में कई शिक्षक स्कूलों में नहीं पहुंच रहे हैं। प्रिंसिपल के लिए परीक्षा से पहले कोर्स पूरा कराना चुनौती बना हुआ है। इस बार त्रैमासिक परीक्षा में भी स्कूल शिक्षा विभाग सख्ती बरत रहा है। प्रमुख प्रश्नपत्रों को राज्य स्तर पर तैयार करवाकर स्कूलों में पोर्टल के माध्यम से अपलोड कराया जाएगा। गोपनीयता बरतते हुए इसकी फोटोकॉपी कराने की जिम्मेदारी स्कूल के प्राचार्य की होगी। लोक शिक्षण संचालनालय ने डीईओ और प्राचार्यों को निर्देश जारी किया गया है कि 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को 4 से 5 यूनिट को पढ़ाई पूरी कराई जाए।



गणित और विज्ञान विषय में इन दिनों ज्यादा कोर्स शेष है। ऐसे में इन विषयों का कोर्स समय पर पूरा करना चुनौती होगा। 12 सितंबर से सुबह 9 से 12 के बीच परीक्षा आयोजित की जाएगी। सीहोर जिले में चारों कक्षाओं के तकरीबन 40 हजार बच्चे परीक्षा में शामिल होंगे।


परीक्षा में गोपनीयता बरतने प्राचार्यों को निर्देश

परीक्षा 12 सितंबर से शुरू होकर 21 सितंबर तक चलेगी। राज्य स्तर ने जिन पेपरों को उपलब्ध कराया जाएगा, उनकी सूची भी भेजी गई है। इसके साथ ही कहा गया है कि प्रश्नपत्र विमर्श पोर्टल पर प्राचार्य के लॉग-इन पर उपलब्ध कराए जाएंगे। प्राचार्य आवश्यकता अनुसार प्रश्नपत्रों की फोटोकॉपी या प्रिंटिंग करवा सकेंगे। शेष प्रश्नपत्र स्थानीय स्तर पर तैयार करवाकर परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। यही नहीं परीक्षा में गोपनीयता बरतने के लिए प्राचायों से कहा गया है कि फोटोकॉपी कराने के लिए एक शिक्षक को अधिकृत किया जाए, इसके साथ ही पेपर को स्केन कर किसी भी कंप्यूटर पर सेव करने की अनुमति भी न दी जाए। इसके साथ ही पेपर प्रिंट कराने के बाद इसकी प्रति प्रिंटर के पास न छोड़ी जाए।