दो शिक्षक निलंबित, छह बीईओ सहित 13 का रोका वेतन

 

लखीमपुर खीरी। ब्लॉक कुंभी के परिषदीय स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अव्यवस्थाएं देखकर बीएसए ने अध्यापकों को फटकार लगाई। दो शिक्षकों को निलंबित करने व सात शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा छह बीईओ का भी वेतन रोका गया है।




बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर की सहायक अध्यापिका तपस्या बिना सूचना के अवकाश पर रहने के अलावा विद्यालय के शिक्षण कार्य में रुचि न लेने की वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया है। निलंबित शिक्षिका तपस्या को कुंभी विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय देउवापुर में अपनी उपस्थिति देने के निर्देश दिए गए हैं।


प्राथमिक विद्यालय हजरतपुर के इंचार्ज प्रधानाध्यापक अंबरीष त्रिपाठी को विभागीय कार्य में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया है। यह प्राथमिक विद्यालय बड़ी गजियापुर में अपनी उपस्थिति देंगे। साथ ही विभागीय कार्य और शिक्षण कार्य करने में लापरवाही बरतने वाले सात शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है।

इनमें उच्च प्राथमिक विद्यालय बस्तौली के प्रधानाध्यापक सुरेंद्र पाल सिंह व सहायक अध्यापक दीपक सागर, कुंभी विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय हजरतपुर के सहायक अध्यापक सत्येंद्र कुमार एवं सहायक अध्यापक एकता राजपूत, उच्च प्राथमिक विद्यालय हजरतपुर के सहायक अध्यापक श्रीकृष्ण, प्राथमिक विद्यालय झाले के इंचार्ज प्रधानाध्यापक संतोष कुमार वैश्य, प्राथमिक विद्यालय बढ़ेया खेड़ा गुरुद्वारा की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका गीता वर्मा का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोक दिया गया है।



रैंकिंग प्रभावित होने पर बीईओ पर भी कार्रवाई

बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बीईओ फूलबेहड़ भगवान राव, पलिया बीईओ बृजराज सिंह, रमियाबेहड़ बीईओ हृदय शंकर लाल श्रीवास्तव, पसगवां बीईओ जीपी गौतम, लखीमपुर व नकहा के बीईओ सुभाष चंद्र, मोहम्मदी व बांकेगंज बीईओ राकेश कुमार का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया है। बीएसए ने बताया कि सीएम डैशबोर्ड के तहत ऑनलाइन पोर्टल पर समस्त परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं संविलियन विद्यालयों में एमडीएम एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर माह नवंबर में बीईओ के निरीक्षण की समीक्षा की गई। जिसमें कई विकास क्षेत्र के अधिकारियों द्वारा शत-प्रतिशत निरीक्षण न कराए जाने के कारण जनपद की रैंकिंग प्रभावित हुई है। इस कारण वेतन रोका गया है।