शिक्षक विहीन विद्यालय, बच्चे कैसे बन पाएंगे निपुण


घोसियारी। सरकार की मंशा है कि परिषदीय विद्यालय को कॉन्वेंट की तरह बनाया जाए और कक्षा 1, 2 व 3 के बच्चे दिसंबर 2023 तक निपुण हो जाएं। लेकिन खेसरहा ब्लॉक क्षेत्र में कई ऐसे विद्यालय हैं जहां एक शिक्षक के सहारे कक्षाएं चल रही हैं। क्षेत्र के विद्यालयों की मंगलवार को कुछ परिषदीय विद्यालयों की पड़ताल की गई तो हकीकत सामने आई।


ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय निखोरिया पर कुल छात्रों की संख्या 120 है। वहां शिक्षामित्र मोहम्मद अली बच्चों को पढ़ाते मिले। इस विद्यालय पर तैनात प्रधानाध्यापक कीर्ति सागर का 12 अगस्त को अंतरजनपदीय स्थानांतरण हो गया था। इसके बाद विद्यालय में शिक्षक विहीन हो गया। विद्यालय का संचालन करने के लिए प्राथमिक विद्यालय बदुरगहना से सहायक अध्यापक भोला प्रसाद को यहां अटैच किया गया है।





शिक्षामित्र ने बताया कि मंगलवार से उनकी 5 दिन की ट्रेनिंग बीआरसी खेसरहा में हो रही है। वहीं प्राथमिक विद्यालय पडरी में कुल छात्रों की संख्या 28 है। प्रधानाध्यापक अनूप गौतम बच्चों को एक साथ एक कमरे में बैठकर साप्ताहिक निपुण परीक्षा लेते मिले।

कुछ ऐसा ही हाल प्राथमिक विद्यालय रिउना का रहा। विद्यालय में एक से लेकर 5 तक के बच्चे एक कमरे में बैठे मिले। प्रधानाध्यापक अनिल कुमार ने बताया कि विद्यालय पर कुल छात्र संख्या 54 है। सभी कक्षाओं के बच्चों को एक साथ बैठकर बारी-बारी से पढ़ना पड़ता है।


बीईओ खेसरहा कमला प्रसाद ने बताया कि एकल विद्यालयों पर शिक्षकों की तैनात के संबंधित पत्राचार करने के साथ-साथ उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है।