इंचार्ज बराबर हेड आदेश 😅😂 ~
एक कहावत है न घोड़े के नाल लगी मैंडक ने पाँव ठा दिए बस यही सही है ऐसों के लिए।
मैं हमेशा से कहता था और समझाता था कि दोस्तों हमारे पद जिले लेवल का है इसमें ऐसा नहीं हो पाएगा कि कोई कनिष्ठ शिक्षक वरिष्ठ शिक्षकों से अधिक वेतन ले सके या तो पहले वो प्रावधान बदले तो ये काम हो लेकिन प्रावधान क्या जब इंचार्ज जैसा पद ही बेसिक शिक्षा नियमावली में नही है तो काहे हेड मोरियर के पद के लिए दरोग़ा के वेतन की माँग कर रहे हो।
आदेश के अंतिम सफ़े के अंतिम छोर पर तीसरे बिंदु में न्यायालय ने साफ़ किया है कि जो जूनियर शिक्षक हैं उनके लिए सहानुभूति है पर BSA इसकी पहले जाँच करेंगे और जो नियमों के तहत valid हैं उनके लिए कार्य किया जाएगा इसका सीधा सा मतलब है I love you but as a friend । 😅
न्यूनतम ये होगा -
पाँच वर्ष पूर्ण
और और और
जिले में वरिष्ठ
और और और
हिमांशु राणा द्वारा पदोन्नत्ति के मुद्दे पर जारी लड़ाई में जीत के बाद टेट करना अनिवार्य होगा 😂 जिसका ज़िक्र सरकार ख़ुद 11,12 पन्ने पर कर रही है
फ़िलहाल सरकार साहिब को ये आदेश समझ आ जाए और वे इंद्रप्रस्थ न जाएँ बहुत बड़ी बात है और इसके नाम पर कुछ बकचोद गंदगी न फैलाएँ इसकी सम्भावना भी बेहद क़म हैं तो ये मुद्दा दिल्ली से ही सुलझेगा लेकिन जैसा कहा न जूनियर शिक्षक को वरिष्ठ से अधिक वेतन मिल गया तो हाहाहा कार मच जाएगा और BSA महोदय कार्यालय में कम न्यायालय में अधिक दिखेंगे क्योंकि इस सरकार में सबसे बड़ा हमला BSA की power पर हुआ है।
#rana