अमरोहा। छात्राओं से बैड टच के आरोप में घिरे शिक्षक को क्लीन चिट मिल गई है। शिकायत करने वाले अभिभावक अपनी शिकायत से मुकर गए हैं। साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने मामले में एफआर लगा दी जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।
आदमपुर क्षेत्र के ढबारसी गांव निवासी अजय कुमार गंगेश्वरी ब्लॉक के एक प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद तैनात थे। पांच मार्च को उन पर छात्राओं से बैड टच का आरोप लगा था। आदमपुर पुलिस अभिभावक की तहरीर पर 17 मार्च को शिक्षक के खिलाफ केस दर्ज किया था। विवेचक परवेंद्र मलिक ने मामले की विवेचना पूरी की थी। उन्होंने जांच में पाया कि जिस नाबालिग छात्रा से बैड टच होने की बात कही गई थी उसकी ताई उसी विद्यालय में महिला शिक्षामित्र है।
महिला शिक्षामित्र के पति व सहायक अध्यापक अजय कुमार के बीच किसी बात पर नोकझोंक हुई थी जिसका बदला लेने के लिए सहायक अध्यापक के खिलाफ बैड टच की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। विवेचक परवेंद्र मलिक ने विवेचना करते हुए वादी और छात्राओं के बयान दर्ज किए थे जिसमें सामने आया था कि छात्राओं से बैड टच की कोई घटना नहीं हुई थी। सीओ दीप कुमार पंत ने बताया कि साक्ष्यों के अभाव में विवेचक द्वारा मामले में एफआर लगाई गई थी। जिसे अपर सत्र न्यायधीश/ विशेष न्यायधीश पॉक्सो एक्ट प्रथम अमरोहा हेमलता त्यागी की अदालत ने पुलिस द्वारा लगाई गई अंतिम रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है।