03 September 2025

छात्रों पर लाठीचार्ज में योगी के निर्देश पर सीओ समेत पांच को हटाया गया

 

बाराबंकी में श्रीराम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के मामले ने मंगलवार को तूल पकड़ लिया।



मुख्यमंत्री ने इस मामले की जानकारी मिलते ही मंडलायुक्त और आईजी अयोध्या को जांच के साथ ही सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। इसके कुछ ही देर बाद बाराबंकी के सीओ सिटी हर्षित चौहान को हटा दिया गया। साथ ही इंस्पेक्टर आरके राना, चौकी प्रभारी गदिया गजेन्द्र सिंह और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद पूरा प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया। आदेश मिलते ही मंडलायुक्त अयोध्या और आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार ने बाराबंकी पहुंच कर जांच शुरू कर दी। दोनों अफसरों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और कई लोगों के बयान भी लिए। वहीं, एएसपी उत्तरी विकास चन्द्र त्रिपाठी भी मौके पर मौजूद रहे। जांच अधिकारियों ने मौके पर मौजूद रहे विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों से भी सवाल किए। इन लोगों ने कुछ जगह पर लगे सीसी कैमरों की फुटेज को भी देखा।


विवि के जिम्मेदार अफसरों पर भी एफआईआर होगी

उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को प्रकरण की पूरी जानकारी दी। मंत्री ने बताया कि विश्वविद्यालय में एलएलबी पाठ्यक्रम की मान्यता नवीनीकृत न होने से छात्रों का भविष्य खतरे में है। प्रवेश के समय अवैध वसूली और छात्रों की मांगों को दबाने जैसी घटनाएं गंभीर हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन को मानकों का पालन करने की जिम्मेदारी लेनी होगी।