27 September 2025

"TET आदेश पर सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति सुरक्षा की सही रणनीति पर ज़ोर – वरिष्ठ शिक्षकों को दिशा चुननी होगी: हिमांशु

 ऐसी facebook और अन्य सोशल मीडिया पर देख रहा था कि हमारे वरिष्ठ शिक्षक एवं उनके संगठन दिनांक 01.09.2025 को आए निर्णय पर विभिन्न माध्यम से और विभिन्न legal remedies के साथ माननीय सर्वोच्च न्यायालय की तैयारी कर रहे हैं जो कि एक अच्छी बात है लेकिन जितना उन्हें सुना और पढ़ा है मेरा अनुमान है दिशा ग़लत है। 



आपको इस बात पर emphasis करना होगा कि Act के लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को कैसे बचाया जाए क्योंकि Act के बाद में NCTE द्वारा लाये गए provisions को आप हाथ लगाएँगे तो फिर संकट में आ जाएँगे आप। 


02.06.2023 को मद्रास उच्च न्यायालय के निर्णय को दिनांक 01.09.2025 सर्वोच्च न्यायालय ने Upheld किया है उसमें ये उल्लेखित था "जो शिक्षक कभी के भी नियुक्त हो अगर वे पदोन्नत्ति चाहते हैं तो उन्हें TET देना होगा परंतु उनकी नियुक्ति बरक़रार रहेगी और उन्हें सरकार द्वारा दिया जाने वाला Increment देय होगा लेकिन वो अगर TET नहीं करते हैं तो उन्हें पदोन्नत्त नहीं किया जाएगा ।" 

पर इसमें सर्वोच्च न्यायालय ने modification कर दिया है । दिनांक 01.09.2025 के निर्णय में 23(2) Proviso के अनुसार शिक्षकों को नौकरी में बने रहने के लिए TET mandatory कर दिया है जो कि ग़लत है। 


हमारे वरिष्ठ शिक्षक हठधर्मिता न करें और पदोन्नत्ति के निर्णय को हाथ न लगायें वरना कुछ मिलेगा नहीं, पदोन्नत्ति में टी॰ई॰टी॰ लागू रहेगी (रहे या न रहे मुझे कोई फ़र्क़ नहीं है क्योंकि मेरी नियुक्ति सुरक्षित है) । आप लोग अपनी नियुक्तियों को सुरक्षित करने के लिए ज़ोर लगाइये क्योंकि जस्टिस दत्ता ने क्या कहा है निर्णय में उसको किसी अच्छे अधिवक्ता से पढ़वाइये अगर आपका वो अधिवक्ता आपको अभी भी कह रहा है कि Act से लागू होने के पूर्व की नियुक्तियाँ भी सुरक्षित हो जाएँगी और पदोन्नत्ति में टी॰ई॰टी॰ की अनिवार्यता भी ख़त्म हो जाएगी तो फिर आपका track ग़लत है। 


मैं किसी का अहित नहीं चाहता हूँ समझाना मेरा काम है शेष आपकी मर्ज़ी क्योंकि कोई भी इंसान अपने लिए बेहतर करने की ही सोचता है। 

आप अपनी लड़ाई स्वयं लड़िये कोई ये कहता है कि मैं आपको बचा लूँगा ख़ासतौर से वो जो टी॰ई॰टी॰ उत्तीर्ण है तो आप भरोसा न कीजिये, मैं legally advice के लिए आपके साथ हूँ जो समय-समय पर आपको बताता रहता हूँ, मुझे लेकर जो भ्रामक माहौल बनाया हुआ है अब आपको clear हो चुका है क्योंकि जब आप अधिवक्ताओं से मिलते होंगे तो वे बताते होंगे कि matter कौन से राज्यों का था।  


#rana