13 November 2025

शिक्षक ने स्कूल में फंदा लगाकर दी जान परिजन बोले - बीएलओ की जिम्मेदारी से परेशान होकर उठाया कदम

 शिक्षक ने स्कूल में फंदा लगाकर दी जान परिजन बोले - बीएलओ की जिम्मेदारी से परेशान होकर उठाया कदम

प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक ने स्कूल परिसर के अंदर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। वहीं, इस घटना से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है उनके पास बीएलओ का चार्ज भी था। अत्यधिक काम होने की वजह से वह मानसिक तनाव में थे जिसके चलते खौफनाक कदम उठाया है।


घटना भांडेर इलाके के सालोन बी गांव के प्राथमिक विद्यालय की है। 50 वर्षीय शिक्षक उदयभान सिहारे मंगलवार की सुबह विद्यालय पहुंचे और कुछ देर बाद उनका शव एक कमरे में फंदे से लटकता हुआ मिला। सहकर्मियों ने यह दृश्य देखा तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। 


लंबे समय से निभा रहे अतिरिक्त बीएलओ का चार्ज

शिक्षक उदयभान सिहारे लंबे समय से बीएलओ का अतिरिक्त दायित्व निभा रहे थे। परिवारजनों के मुताबिक हाल के दिनों में चुनाव कार्यों से संबंधित रिपोर्टिंग, डाटा अपडेट और लगातार मिल रहे निर्देशों से वे मानसिक रूप से बेहद परेशान थे। सहकर्मियों ने बताया कि उदयभान अत्यंत शांत, सरल स्वभाव और ईमानदार शिक्षक थे। छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय थे। लेकिन बीएलओ के कार्यों के कारण उनके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति पर असर पड़ा था। मृतक शिक्षक के परिवार में पत्नी, पुत्र अंशुल और पुत्री अंजली हैं। घटना की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। गांव में हर कोई इस परिवार के दुख में सहभागी बन रहा है।


कलेक्टर बोले- किसी को कोई समस्या तो सीधे मिले

कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े का कहना है कि बीएलओ के आत्महत्या की जानकारी हुई है कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। जो भी कार्य है शासन के निर्धारित दायरे में एवं नियमानुसार दिए जाते हैं। निर्वाचन संबंधी दायित्व नियमित प्रक्रिया का हिस्सा हैं और इसके लिए पृथक भत्ता भी प्रावधान है। उन्होंने कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई कार्य के दौरान किसी भी तरह की कोई समस्या है तो वह सीधे उनसे मिलकर अपनी बात रखे।