प्रयागराज। माध्यमिक शिक्षा परिषद में मंगलवार को यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान नकल के आरोपों में घिरे स्कूलों और दागी अध्यापकों को डिबार करने को लेकर बिंदुवार समीक्षा की गई। जल्द ही परीक्षण के बाद ऐसे केंद्रों की लिस्ट जारी की जाएगी। साथ ही ऐसे अध्यापकों के नाम भी सार्वजनिक किए जाएंगे, जिन पर नकल कराने का आरोप है
ताकि वह यूपी बोर्ड परीक्षा में डयूटी न कर सकें।
प्रदेश में 28,530 स्कूल यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं, जिनमें
राजकीय, एडेड और स्ववित्तपोषित शामिल हैं। गोरखपुर, वाराणसी, बरेली, प्रयागराज और मेरठ के क्षेत्रीय कार्यालयों से संदिग्ध विद्यालयों की जो लिस्ट भेजी गई थीं, उनके आधार पर कमियों का परीक्षण कर सुधार को लेकर चर्चा की गई। दागी प्रबंधकों के स्कूलों को किसी भी स्थिति में परीक्षा केंद्र न बनाए जाने का निर्णय लिया गया।
सूत्रों के अनुसार कुशीनगर, एटा, हरदोई, कानपुर नगर, मुरादाबाद आदि जिलों के परीक्षा केंद्रों के बारे में विस्तार से समीक्षा की गई। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह का कहना है कि बैठक में केंद्रों को डिबार करने को लेकर 50 करीब मामलों पर चर्चा की गई है। जल्द इनकी लिस्ट सार्वजनिक कर दी जाएगी।

