नोएडा |
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र छापने के मामले में लापरवाही दर लापरवाही हुई। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिस व्यक्ति को 13 करोड़ रुपये में पेपर छापने का ठेका दिया गया था, उसकी अपनी कोई प्रेस ही नहीं है।
जिस पते पर यह ठेका दिया गया था, वहां पर बीयर का गोदाम है। उसके द्वारा दिल्ली की दो, नोएडा की एक और कलकत्ता की एक प्रेस को ठेका दिया गया था। जांच में पुष्टि हुई है कि इन चारों प्रेस में से किसी ने भी कभी किसी परीक्षा के कोई पेपर नहीं छापे थे। इनकी जांच एसटीएफ की टीमें कर चुकी हैं।
एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह पेपर जिन चार प्रेस में छापे गए थे, उनमें से किसी ने कभी किसी परीक्षा का कोई पेपर नहीं छापा है और न ही उन्हें ऐसा कोई अनुभव है। इन प्रिंटिंग प्रेस में न तो किसी तरह के कोई सुरक्षा प्रबंध हैं, न ही कोई मेटल डिटेक्टर और न ही अन्य कोई सुरक्षा प्रबंध ही अपनाए गए।
एसटीएफ द्वारा अभी तक की गई पूछताछ में राय अनूप प्रसाद अभी तक ऐसा कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करा सका है, जिससे यह पुष्टि हो सके कि उसके पास कोई प्रिंटिंग प्रेस है।