जनपद के परिषदीय स्कूलों में 20 हजार बच्चों का नहीं बना आधार कार्ड, नहीं मिल रहा योजना का लाभ


सहारनपुर। परिषदीय स्कूलों के बच्चों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना के अंतर्गत योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिले के परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत करीब 20 हजार बच्चों के अभी तक आधार कार्ड नहीं बने हैं। यहां 1.90 लाख से अधिक बच्चे पंजीकृत है। सचिव बेसिक शिक्षा ने 20 अप्रैल तक शत प्रतिशत बच्चों के आधार कार्ड बनाने के निर्देश दिए है।प्रदेश शासन द्वारा डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से विभिन्न योजनाओं का लाभ सीधे बच्चों और अभिभावकों के बैंक खातों में ट्रांसफर करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। परिषद के स्कूलों में संचालित आधार नामांकन केंद्र पर आधार केंद्र शत-प्रतिशत क्रियाशील न होने के कारण नामांकित बच्चों के आधार कार्ड नहीं बन पाए है।

बता दें कि जिले में 1,90,507 छात्र-छात्राएं पंजीकृत इनके सापेक्ष 1,70,512 के आधार कार्ड बने हैं, जबकि 19,995 बच्चों के अभी तक आधार कार्ड नहीं बन सकते हैं। आधार कार्ड बनने का प्रतिशत 89.50 है। आधार नामांकन के काम को समय रहते पूरा कराने के लिए मंडल स्तर पर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक और जिला स्तर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं विकास खंड स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। लगातार निर्देशों के बाद भी आधार नामांकन का कार्य पूरा नहीं किया जा सका है जिससे डीबीटी योजना के क्रियान्वयन एवं छात्र-छात्राओं के डुप्लीकेट नामांकन के कार्य करने में कठिनाई आ रही है।

सचिव बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि जिले में भेजी गई आधार किट को क्रियाशील कराने के लिए सभी औपचारिकताएं प्रत्येक दशा में सात अप्रैल तक पूरा कर लें। स्कूलों में नामांकित छात्र-छात्राओं के शत-प्रतिशत आधार नामांकन 20 अप्रैल तक पूरा कराना सुनिश्चित करें, अन्यथा की स्थिति में मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उत्तरदायी होंगे। उधर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक योगराज सिंह ने बताया कि इस बारे में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं कि वे आधार नामांकन में किसी भी दशा में कोताही न बरतें।