स्कूल चलो अभियान के पहले दिन ही बंद मिला स्कूल, लौटे बच्चे


 नौगढ़ के कंपोजिट विद्यालय नर्वदापुर में समय से नहीं पहुंचे अध्यापक, अनुपस्थिति दर्ज की गई 
नौगढ़ चंदौली में सोमवार को जहां एक और स्कूल चलो अभियान का भव्य आगाज हुआ वहीं दूसरी ओर विकासखंड के कंपोजिट विद्यालय नवंदापुर में बच्चों को स्कूल से मायूस से होकर घर जाना पड़ा। बच्चे जब ग्राउंड स्कूल पहुंचे तो विद्यालय बंद था। कुछ देर बाद प्रधानाचार्य तो पहुंचे पर अध्यापक नहीं पहुंचे। बाद में पूछा। अधिकारियों से शिकायत पर अन्य शिक्षकों को अनुपस्थिति दर्ज की गई।




विकास खंड नौगढ़ के कंपोजिट विद्यालय नर्वदापुर का है। सोमवार को जब बच्चे स्कूल पहुंचे तो सुबह साढ़े आठ बजे तक स्कूल का ताला नहीं खुला था। यहां एक दर्जन बच्चे,

रसोईया विद्यालय खुलने का इंतजार कर रहे थे। जानकारी होने पर गांव के प्रधान परमानंद यादव पहुंचे तो बच्चों ने बताया कि अभी गुरुजी नहीं आए हैं। मामले की जानकारी एबीएसए को मोबाइल पर दो तो उन्होंने सोमवार का दिन बताते हुए थोड़ा रिपोर्ट और इंतजार करने को कहा। कुछ देर बाद प्रधानाध्यापक संजीव कुमार पहुंचे तो प्रधान ने स्कूल का समय उन्होंने कहा कि आठ बजे बताया। कहा कि कोरोना का टीकाकरण कराने के लिए वस्ती चले गए थे। एक घंटा इंतजार करने के बाद कोई अध्यापक नहीं पहुंचा। प्रधान ने एसडीएम और बीएसए को मोबाइल पर सूचित किया। बीएसए की कड़ी फटकार मिलने पर प्रधानाध्यापक ने गायब रहने वाले सभी अध्यापकों और शिक्षामित्रों को अनुपस्थित किया।

अन्य स्कूलों का भी यही रहा हाल नौगढ़ गर्मी शुरू होते ही शिक्षकों के स्कूल आने का टाइम टेबल भी बदल गया है। तय समय के बजाय एक घंटे देर से गुरुजी स्कूल आ रहे है। सोमवार को जयमोहनी स्कूल के बाहर बच्चे और रसोईया तो पहुंच गए थे, लेकिन गेट पर ताला लगने के कारण उनकी भी बाहर ही खड़ा रहना पड़ा। प्राथमिक विद्यालय चिकनी में भी ताला लटका मिला। यहां पर भी बच्चे अध्यापकों के आने का इंतजार करते दिखे। गांव के लोगों ने बताया कि अध्यापक 10 बजे के आसपास आते है