मिड-डे-मील देना मुश्किल फल- दूध देने में छूट रहे पसीने

 

3.17 लाख विद्यार्थियों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना कठिन 
बलरामपुर विद्यार्थियों के बच्चों के मिड-डे मील पर महंगाई का कहर टूट रहा है महंगाई की मार ने बच्चों को पाष्टिक भोजन देने का दावा हवा करा दिया है। जिले के 2221 विद्यालयों में पढ़ने वाले 3.17 लाख विद्यार्थियों को पौष्टिक भोजन देना कठिन हो रहा है। महंगाई के दौर में विद्यार्थियों को मौसमी फल व दूध देने में प्रधानाध्यापकों के अब पसीने छूट रहे हैं। दो साल से कबजन कास्ट और छह साल से संविदा कर्मियों का मानदेय नहीं बढ़ा है, जबकि महंगाई में कई गुना बढ़ोत्तरी हो गई है। इससे पहले हर साल कन्जन कास्ट व संविदा कर्मियों के मानदेय में 10 फीसदी तक बढ़ोत्तरी की जाती रही है। 
बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध 2221 विद्यालयों के 3,16,849 विद्यार्थियों को मीनू के अनुसार दोपहर भोजन, मौसमी फल व दूध दिया जा रहा है, जिसमें 1549 प्राथमिक विद्यालयों के 2,31,141, 672 जूनियर हाईस्कूलों, चार राजकीय, 12 एटेड, 19 इंटर कालेजो, 25 मदरसों व दो संस्कृत विद्यालयों के 85,753 विद्यार्थी शामिल हैं। महंगाई के दौर में विद्यार्थियों को पौष्टिक भोजन के साथ मौसमी फल व दूध देना मुश्किल हो रहा है। वर्ष 2016 से एमडीएम सेल में कार्य करने वाले जिला समन्वयक व कंप्यूटर आपरेटर के मानेदय में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। छह साल बाद भी जिला समन्वयक को 29,284 रुपये और कंप्यूटर आपरेटर को 14,642 रुपये प्रति माह मानदेय दिया जा रहा है। इससे पहले मानदेय में हर साल 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी की जाती रही  है। पहले एमडीएम के कनवर्जन कास्ट में हर साल 10 फीसदी बढ़ोत्तरी की जाती रही है। 
वर्ष 2020 से अब तक एमडीएम के कनवर्जन कास्ट में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। प्राथमिक में 4.97 रुपये और जूनियर में 7.45 रुपये प्रति छात्र की दर से मध्यान्हू भोजन पर खर्च किया जा रहा है। ऊपर से कनवर्जन कास्ट में दूध का रेट भी जोड़ दिया गया है। इधर, मौसमी फल का रेट वर्ष 2014 से नहीं बढ़ाया गया है। मौसमी फल के लिए चार रुपये प्रति छात्र की दर से दिया जा रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष ज्ञान सागर पाठक व संयुक्त मंत्री शिव कुमार सोनी का कहना है कि महंगाई के दौर में चार रुपये प्रति छात्र की दर से कोई भी मौसमी फल खरौदा नहीं जा सकता है। फल का रेट बाजार में 100 रुपये प्रति किलोग्राम की दर कम नहीं है। दूध 40 से 50 रुपये प्रति लीटर की दर मिल रहा है। मौसमी सब्जियां आसमान छू रही है। सब्जियों के रेट भी कनवर्जन कास्ट में फिट नहीं बैठ रहे हैं। (संवाद) 

प्रति छात्र की दर से निर्धारित वर्ष 2020 का साप्ताहिक मेन्यू 
सोमवार रोटी-सोयाबीन / दाल की बड़ी युक्त सब्जी 
मंगलवार-चावल-दाल
बुधवार तहरी व दूधा प्राथमिक में 150 मिलीलीटर व जूनियर में 200 मिलीलीटर)
गुरुवार रोटी-दाल
शुक्रवार तहरी 
शनिवार चावल सोयाबीन युक्त