पेशनरों की लड़ाई अब महिलाएं लड़ेंगी


लखनऊ। स्वैच्छिक सेवानिवृत्त ले चुके अपट्रान कर्मियों के पीएफ, वेतन व अन्य देयकों का बीते 21 वर्षों से भुगतान न किए जाने और न्यूनतम पेंशन न बढ़ाये जाने को लेकर टिकैतराय तालाब परिसर में रविवार को पेंशनरों ने आवाज बुलंद की। इस सभा में महिला पेंशनरों ने आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर चलने का ऐलान किया।

अपट्रान वीआरएस कर्मचारी कल्याण समिति और ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष गीता वर्मा, लक्ष्मी कुरील, सुनीता सोनकर, किरण मेहता ने कहा कि अब महिला पेंशनर्स शांत बैठने वाली नहीं है।


पेंशनरों के हक की लड़ाई में वह बढ़चढ़ का हिस्सा लेंगी। नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार के पेंशनरों के प्रति उपेक्षा पूर्ण रवैये की खुलकर आलोचना की। सभा का आयोजन श्री सुभाष चौबे द्वारा किया गया। सभा में अपट्रान समिति के अध्यक्ष सुभाष चौबे, आरएन द्विवेदी, वीपी सिंह, अचल मेहता, मुकेश भटनागर, सीएल बनदानी और ईपीएस 95 समिति से राष्ट्रीय सचिव ओम शंकर तिवारी , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के एस तिवारी, मुख्य समन्वयक राजीव भटनागर भी मौजूद रहे।