एनपीएस पर तीन माह का समय, नहीं तो हड़ताल तय


प्रयागराज न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) को निरस्त करने एवं पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर रेलकर्मियों ने आंदोलन का मूड बना लिया है। सरकार को इसके लिए तीन माह का वक्त दिया है। कहा है कि सरकार इस मामले में कर्मचारी हित में निर्णय ले, अन्यथा रेलकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।

नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन ( एनएफआईआर) के अधिवेशन में शिरकत कर प्रयागराज लौटे रेलकर्मियों ने कहा कि एनपीएस पर सरकार अपना स्टैंड क्लीयर नहीं कर रही है। इस मुद्दे पर संगठन आरपार की लड़ाई के लिए तैयार है।

सिंकदराबाद में ही एनएफआईआर का 30 वां अधिवेशन पांच से सात सितंबर तक हुआ। इस सम्मेलन में उत्तर मध्य रेलवे के तकरीबन 1200 रेलकर्मियों ने शिरकत की । अधिवेशन से आने के बाद नार्थ सेंट्रल रेलवे इंपलाइज संघ के महामंत्री आरपी सिंह ने बताया कि अधिवेशन में 23 सूत्रीय संकल्प पत्र पर प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें मुख्य रूप से नई पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना बहाल करना है।

आरपी सिंह ने बताया कि कुछ गैर भाजपा शासित राज्यों ने इसे लेकर पहल भी की है, लेकिन केंद्र सरकार इस मामले में कुछ भी नहीं कर रही है।


काम का समय किया जाए आठ घंटा : अधिवेशन में शिरकत कर लौटे इंपलाइज संघ के मंडल मंत्री चंदन सिंह ने बताया कि वहां कई प्रस्ताव पारित किए गए। इसमें रेलकर्मियों के काम के घंटे का घटा कर आठ घंटे किए जाने का प्रस्ताव शामिल रहा। इसके अलावा सभी रेलवे कर्मचारियों के रात्रि ड्यूटी भत्ता एवं एरियर 1 जुलाई 2017 से बिना वेतन सीमा के बहाली, संरक्षा एवं गैर संरक्षा कोटियों के रिक्तियों को तत्काल भरे जाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। रेलकर्मियों के माता-पिता के लिए मेडिकल सुविधा दिए जाने की मांग भी जोरशोर से उठायी गयी.