शिक्षक को पांच साल के बेटे ने दी मुखाग्नि


 स्वार लखीमपुर खीरी के पलिया में हादसे में मारे गए शिक्षक हरनाम चंद के पांच साल के बेटे  कंबोज ने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी तो लोगों की आंखों से आंसू बह निकले। पिता की मौत और मुखाग्नि दिए जाने से मासूम हनी अनजान ही रहा। 








थाना मिलकखानम क्षेत्र के पदमपुर गांव निवासी हरनाम चंद लगभग चार साल पहले लखीमपुर खीरी के पलिया ब्लॉक अंतर्गत फंसाहिया टांडा स्थित प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक नियुक्त हुए थे। अपने माता-पिता की इकलौती संतान हरनाम चंद्र की मंगलवार को तड़के पलिया के निकट कार हादसे का शिकार हुई तो पांच लोगों के साथ उनको भी मौत हो गई। यह खबर सुनकर माता कृष्णा देवी और पत्नी नीलम कम्बोज पर तो जैसे मुसीबतों का



पहाड़ टूट गया। इस दौरान मृतक के दो बच्चे क्रमशः दो और पांच वर्ष को तो सिर से पिता का साया उठने का अहसास भी नहीं हुआ। मंगलवार की रात शव घर पहुंचा तो चीत्कार मच गया।




सुबह अंतिम संस्कार के समय आसपास के सैकड़ों लोग उमड़ आए जब पांच वर्षीय मासूम बेटे हनी कंबोज ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। मासूम हनी को कुछ भी पता नहीं था कि वह पिता को मुखाग्नि दे रहा है। यह दृश्य देखकर मौजूद लोगों की आंखों में आंसू छलक आए।