शिक्षकों से शिक्षा छोड़ अन्य सभी काम लिए जा रहे: आप


लखनऊ। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि शिक्षकों से शिक्षा का काम नहीं लिया जा रहा है। बल्कि उनसे अन्य कई तरह के काम लिए जा रहे हैं। वह पार्टी की ओर से रविवार को सहकारिता भवन में आयोजित शिक्षक समागम एवं सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों व तदर्थ शिक्षकों को नियमित करने, प्रेरक शिक्षकों के मानदेय की लड़ाई शिक्षक लड़ रहे हैं। उनकी समस्याओं के निस्तारण के बजाय सरकार हिंदू-मुस्लिम कर रही है। एक महिला को कर्ज न चुका पाने पर बैंक कर्मियों द्वारा पीटा जा रहा है, जबकि बड़े बड़े पूंजीपतियों का 13 लाख करोड़ रुपये सरकार ने माफ कर दिया। कहा कि हम बजरंगबली की पूजा करते हैं, जबकि मुख्यमंत्री उनकी जाति खोजने का काम करते हैं।


उन्होंने कहा कि देश में नई शिक्षा नीति जमीन पर लागू नहीं हो रही है, बच्चों की फीस आसमान पर है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएनएनएस यादव ने की और संचालन प्रदेश महासचिव अजय गुप्ता ने किया। इस दौरान वैभव महेश्वरी, ब्रज कुमारी सिंह, दिनेश पटेल, डॉ मुकेश यादव, प्रतिभा मौर्य, मुकेश अरोड़ा गोल्डी समेत कई शिक्षक और पार्टी नेता मौजूद रहे।



3000 करोड़ रुपये हो गए बेकार

संजय सिंह ने जी-20 की बधाई देते हुए कहा कि चीन ने ब्रिक्स सम्मेलन के बाद एक नक्शा जारी कर अरुणाचल को अपना हिस्सा बताया था। जबकि ब्रिक्स में भी उसकी प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई थी। कहा कि चीन की कारगुजारियों का खुलासा करना चाहिए। कहा कि एक दिन की बारिश में भारत मंडपम डूब गया, तीन हजार करोड़ रुपये बेकार हो गए। दुनिया भर के नेता क्या सोच रहे होंगे?