परिषदीय प्राथमिक स्कूल का कमरा ढहा, स्कूल में छुट्टी होने के चलते बच्चे रहे सुरक्षित, हादसा टला


महोली। करीब डेढ़ दशक पहले निर्मित सरकारी विद्यालय का भूकंप रोधी कक्ष सोववार सुबह भरभराकर ढह गया। गनीमत रही अवकाश के कारण कोई वहां नहीं था। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं मामले में परदा डालने के लिए जिम्मदारों द्वारा घटना के बाद सटी दीवार पर निष्प्रयोज्य लिखवा दिया गया।

मौके पर पहुंचे बीएसए ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है। वहीं उप जिलाधिकारी ने सेल्स बिल्डिंग को जेसीबी से गिरवा दिया। तहसील महोली के विकासखंड पिसावां के प्राथमिक विद्यालय लौकी का भूकंपरोधी कक्षा कक्ष सोमवार की सुबह भरभराकर ढह गया। ग्रामीणों ने बताया कि अचानक बिल्डिंग गिरने के भयानक शोर से वह लोग स्कूल की ओर भागे तो वहां विद्यालय का एक कमरा ढहा मिला। साथ ही कमरे का हिस्सा बाउंड्री वाल पर गिरने से बाउंड्री का भी हिस्सा जमींदोज हो गया था। ग्रामीणों ने बताया जाता कि गिरे कमरे में बच्चे बैठकर शिक्षा ग्रहण करते थे। वहीं स्कूल स्टाफ द्वारा कमरे में बच्चों के न बैठने की बात कही जा रही है। जानकारी होने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी अभिनव यादव मौके पर पहुंचे और पड़ताल की। कमरा गिरने की घटना से अभिभावकों में काफी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि कक्षा संचालन के दौरान अगर घटना घटती तो बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं एसडीएम द्वारा नाराजगी जताई गई। उन्होंने जेसीबी बुलवाकर शेष बिल्डिंग को तत्काल ध्वस्त कर दिया। स्कूल का कमरे गिरने की सूचना पर क्षेत्रीय विधायक शशांक त्रिवेदी मौके पर पहुंचे और घटना को लेकर जानकारी ली। उन्होंने मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

दीवार ढहने से दो बकरियों की मौत सांडा में बारिश से सकरन खुर्द निवासी अनिल कुमार व अंकित पुत्र रामकिशुन की कच्ची दीवार गिरने से दो बकरियों की मौत हो गई, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई है। कच्ची दीवार पर रखे टिन शेड के नीचे बकरियां बंधी थी और तीन साइकिल और बाइक भी खड़ी थी। रात में अचानक कच्ची दीवार मय टीनशेड के भरभराकर ढह गई। जिससे दो बकरियों की मौत हो गई। पशुधन प्रसार अधिकारी सकरन अरविंद वर्मा ने मौका देखकर बकरियों के पीएम करने की बात कही है। क्षेत्रीय लेखपाल सत्येंद्र यादव ने बताया जानकारी हुई। जांच, पीएम होने के बाद तहसील प्रशासन से आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी।

उधर, अटरिया। रविवार रात को हुई तेज बारिश से कस्बे सहित गांवों में तबाही मचा दी। कच्ची व पक्की दीवारों का गिरना शुरू हो गया है। रामपुर टड़वा में कम्पोजिट विद्यालय की दीवार ढह गई। कस्बे में लोग अपने-अपने घरों में कैद रहे कस्बे की सर्विस रोड एक बड़े तालाब में तब्दील हो गई। देवकलिया। बारिश के चलते बारिश के दौरान देवकलिया के राम स्वरुप पुत्र परशुराम के मकान की कच्ची दीवार भरभराकर गिर गई, वही कुंती पत्नी संतू का एक कच्चा कमरा ढह गया, हालांकि इससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन कमरे में रखा सामान जरूर तहस नहस हो गया।









मामले पर पर्दा डालने की कोशिश हुई
मामले पर परदा डालने के लिए जिम्मेदारों ने काफी मशक्कत की। यहां तक कि घटना के बाद उक्त कमरे से सटी दीवार पर आनन-फानन में पेंट से निष्प्रयोज्य लिखवाया गया। ग्रामीणों व अधिकारियों के चेक करने पर उसकी ताजी पेंट छूट रही थी। यही नहीं बीएसए द्वारा भी उक्त कमरे को पहले निष्प्रयोज्य बताया गया। बाद में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही गई। वहीं लापरवाही की हद तो यह थी कि अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद कमरे की बिजली सप्लाई बंद की गई।


ढहा कमरा निष्प्रयोज्य घोषित था। इसकी नीलामी या ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जानी थी। अगर कमरे पर कहीं निष्प्रयोज्य नहीं लिखा था और उसमें बच्चे बैठाए जा रहे थे तो जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। -अखिलेश प्रताप सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी