निपुण असेसमेंट टेस्ट में 'सरल' से जूझे शिक्षक, जनपद में नेटवर्क की दिक्कत से ओएमआर शीट को स्कैन करने में अध्यापक हुए परेशान


औरैया, प्राइमरी से जूनियर तक के बच्चों की बौद्धिक क्षमता, सीखने व समझने की दक्षता का आकलन निपुण असेसमेंट टेस्ट (एनईटी) से किया जा रहा। दो दिवसीय परीक्षा के पहले दिन दुश्वारियों के बीच अधिकांश शिक्षकों ने जैसे-तैसे ओएमआर शीट पर टेस्ट संपन्न कराया।



खराब नेटवर्क व तकनीकी दिक्कतों की वजह से सरल एप से भी जूझना पड़ा। यहां परीक्षा के बाद एक घंटे में स्कैन की जाने वाली शीट को अपलोड करने में मशक्कत करनी पड़ी।

1265 परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे सवा लाख विद्यार्थियों का निपुण असेसमेंट टेस्ट दो दिन होना है। सोमवार को पहले दिन कक्षा एक से तीन तक के बच्चों का टेस्ट सुबह नौ से साढ़े 10 बजे तक हुआ। शीट को स्कैन करने का काम 10.30 से 11.30 बजे तक करने के निर्देश रहे। यहां परेशानियों का सामना करना पड़ गया। वहीं, दूसरे दिन कक्षा चार से आठ तक के विद्यार्थियों का टेस्ट होगा।


90 मिनट का होने वाला टेस्ट ओएमआर शीट पर कराने के बाद सरल एप के माध्यम से शीट को स्कैन कर मूल्यांकन कार्य पूरा किया जाएगा। शिक्षाधिकारियों का कहना है कि हर एक केंद्र पर पर्यवेक्षक लगाए गए हैं। तीसरी तक के विद्यार्थियों की ओएमआर शीट पर नौ अंक की स्टूडेंट आइडी के साथ क्रमवार मौखिक रूप से प्रश्न पूछने के बाद उत्तर शिक्षकों ने भरा शिक्षक सिर्फ उन्हीं प्रश्नों के उत्तर सीट पर भरेंगे, जिसका बच्चे ने सही उत्तर दिया हो।


मंगलवार को कक्षा चार से आठ तक बच्चों को सिर्फ ओएमआर शीट भरने की विधि शिक्षक बताएंगे। उत्तर विद्यार्थी स्वयं भरेंगे। ओएमआर शीट से परीक्षा के लिए डेढ़ घंटे निर्धारित किया गया है। 10 मिनट ओएमआर शीट भरने, 60 मिनट प्रश्नपत्र हल करने के बाद 20 मिनट ओएमआर सीट पर हल करने के लिए निर्धारित किया गया है। ओएमआर शीट सरल एप पर स्कैन करने के बाद स्कूल में सुरक्षित रखी जाएगी।

फोटो कापी से चलाना पड़ा काम

औरैया शहर व ग्रामीण क्षेत्र सहित कुछ अन्य ब्लाकों में ओएमआर शीट बंडलों में कम रही। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) को समस्या से अवगत कराया गया। दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया गया। इसके बाद भी कई स्कूलों में ओएमआर शीट की फोटो कापी से काम चलाना पड़ा।


बरिया, नगला जयसिंह कंपोजिट स्कूलों में परीक्षा दौरान निरीक्षण किया गया। बच्चों की उपस्थिति संतोषजनक मिली। सरल एप पर शीट को स्कैन करने में कुछ दिक्कतें जरूर रहीं। उन्हें जल्द दूर करा दिया गया।
अनिल कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी