गले में सांप डाल कर उसका फोटो वायरल करना शिक्षिका को पड़ गया महंगा, जांच शुरू

 

गजरौला। महिला शिक्षिका द्वारा गले में सांप डाल कर वायरल हुए फोटो के मामले में जांच शुरू हो गई। खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल में जाकर जांच शुरू की। शिक्षिका से पूछा कि स्कूल में मदारी को बुलाकर सांप दिखाने का काम क्यों किया गया।





मंगलवार को खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद सुल्तानठेर पहुंचे। यहां पर उन्होंने उस प्रकरण की जांच की, जिसमें एक महिला शिक्षिका द्वारा गले में सांप को डाल कर अपना फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। शिक्षिका से पूछा कि स्कूल में मदारी को खेल तमाशा दिखाने के लिए क्यों बुलाया गया। क्या उससे बच्चों को कोई प्रेरणा मिलती है। उसे स्कूल में बुलाने की इजाजत किसने दी। आ भी गया था तो गले में सांप डाल कर शिक्षा विभाग की गरिमा को ठेस क्यों पहुंचाई। महिला शिक्षिका ने सांप को प्लास्टिक का बताया। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने उसे कड़ी फटकार लगाई। खंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि बुधवार तक जवाब नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।

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गजरौला(अमरोहा)। गले में सांप डाल कर उसका फोटो वायरल करना शिक्षिका को महंगा पड़ गया। खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका और प्रधानाध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जवाब नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी है।


सोमवार को सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई। जिसमें दिखाई दे रहा है कि एक शिक्षिका ने अपने गले में सांप डाल रखा है। बराबर में स्कूली बच्चे खड़े हैं। फोटो गजरौला क्षेत्र के सुल्तानठेर स्थित संविलियन विद्यालय का बताया जा रहा है। लोगों ने सोशल मीडिया पर उसका फोटो देखा तो तरह-तरह के कमेंट करने लगे। मामला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में आया तो वह हैरत में रह गए। क्योंकि कुछ महीने पहले ही खुंगावली की चार शिक्षिकाओं का रील बनाते सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुई थी। जिससे विभाग की फजीहत हुई थी। अब सांप गले में डाल एक और शिक्षिका ने फजीहत करा दी है। लोग सवाल कर रहे हैं कि शिक्षा के मंदिर में आखिर ऐसी हरकत करने की मन में भी कैसे आ जाती है। खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद का कहना है कि शिक्षिका व प्रधानाध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जल्द ही जवाब नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।