फर्जी अंकपत्र, प्रमाणपत्र के आधार पर आजमगढ़ मंडल में 2016 में नियुक्ति पाए 22 सहायक अध्यापकों को बर्खास्त कर दिया गया है। इन सभी से वेतन-भत्तों की वसूली करने के साथ सभी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के भी आदेश दिए गए हैं। बुधवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव ने शिक्षकों की बर्खास्तगी और उनसे वेतन की वसूली का आदेश जारी कर दिया। आदेश में कहा गया है कि 2016 में आजमगढ़ मण्डल में सहायक अध्यापकों की भर्ती हुई थी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव ने बताया कि अभ्यर्थियों के फर्जी अंक पत्र सम्पूर्णा नन्द विश्वविद्याय एवं मोनार्ड विश्वविद्यालय के पाए गए हैं।
इन सहायक शिक्षकों को किया गया है बर्खास्त
मऊ में तैनात विनय कुमार यादव, बाराबंकी में तैनात पवन कुमार, अतुल प्रकाश वर्मा, प्रियंका, अंकित वर्मा, आनन्द सोनी, सलोनी अरोरा और लक्ष्मी देवी, मऊ के विवेक सिंह, लखनऊ के राज रजत वर्मा, लखनऊ की रोहिणी शर्मा, बुलंदशहर के अमित गिरि, सहारनपुर की रूचि सिंघल, कानपुर देहात की नूतन सिंह, मिर्जापुर की दीपा सिंह, मऊ की अनीता रानी, आजमगढ़ की प्रीति सिंह, जौनपुर की नन्दिनी, आजमगढ़ की गीता, बलिया की किरन मौर्या, आमजगढ़ के रूमन विश्वकर्मा तथा बलिया की सरिता मौर्या शामिल हैं।