05 October 2025

यूपी बोर्ड: छात्र नामांकन में यूपी ने पेश की मिसाल

 

प्रयागराज। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एनईपी) के उद्देश्यों को हासिल करने की दिशा में मजबूती से बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। माध्यमिक स्तर की शिक्षा पूरी करने के बाद उच्च माध्यमिक स्तर में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या (ट्रांजिशन दर) 76.7% दर्ज की गई है, जो न केवल राष्ट्रीय औसत 71.5% से बेहतर है, बल्कि देशभर में सर्वाधिक नामांकन वाले राज्यों में एक है। शिक्षा मंत्रालय ने यूपी की इस उपलब्धि की सराहना की है। 2025-26 सत्र के लिए आयोजित प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में 2024-25 सत्र के विश्लेषण में ये तथ्य सामने आए हैं।



हालांकि नामांकन से जुड़े अन्य आंकड़ों पर नजर डालें तो यूपी को अभी कई मोर्चों पर सुधार करने की आवश्यकता है। विशेष रूप से सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) और शुद्ध नामांकन अनुपात (एनईआर) के आंकड़े चिंता का विषय बने हुए हैं। आंकड़ों से स्पष्ट है कि जैसे-जैसे कक्षाएं ऊंचे स्तर पर जाती हैं, वैसे-वैसे बच्चों का स्कूलों में नामांकन गिरता जा रहा है। खासकर उच्च माध्यमिक स्तर पर एनईआर का 23.8% तक गिर जाना चिंता का विषय है। पीएबी बैठक में प्रदेश सरकार से उम्मीद जताई गई है कि वह स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की पहचान कर, उनका पुनः नामांकन कराएगी। साथ ही शिक्षण गुणवत्ता सुधरेगी और शिक्षा सभी के लिए सुलभ व समावेशी होगी।



सकल नामांकन अनुपात

प्राथमिक स्तर: 82.9%


उच्च प्राथमिक: 78.8%


माध्यमिक: 63.8%


उच्च माध्यमिक: 53.2%


(जीईआर यह दर्शाता है कि प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक स्तर पर कुल कितने विद्यार्थी नामांकित हैं, भले उम्र उस कक्षा के लिए उपयुक्त हो या नहीं।)