05 October 2025

स्कूल के ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन में धमाका, बड़ा हादसा टल गया

 

काकोरी, संवाददाता। दुबग्गा के महिपतमऊ स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शनिवार दोपहर बड़ा हादसा टल गया, जब स्कूल की इमारत के ठीक ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन में अचानक जोरदार धमाका हुआ और चिंगारियां गिरने लगीं। घटना के समय लगभग 65 विद्यार्थी स्कूल में मौजूद थे, जिससे बच्चों और शिक्षकों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।



विद्यालय की प्रधानाचार्या अर्चना गौतम ने बताया कि हल्की बारिश के दौरान हाईटेंशन लाइन के तार आपस में चिपक गए, जिससे तेज धमाका हुआ और बड़ी-बड़ी चिंगारियां सीधे स्कूल परिसर में गिरने लगीं। धमाके की आवाज़ से 65 बच्चे और अध्यापक दहशत में आ गए। आनन-फानन में सभी छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया और तुरंत छुट्टी दे दी गई। विद्यालय में नए कमरों के निर्माण में लगे मजदूर भी डरकर भाग निकले। प्रधानाचार्या ने बताया कि यह इमारत वर्ष 2008 में बनी थी, और तभी से इसके ऊपर से यह हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। हालांकि एसडीओ एमए मंसूरी ने किसी प्रकार की सूचना से इंकार किया।



स्कूल परिसर में खतरा बने दो दर्जन पेड़

अभिभावकों ने बताया कि स्कूल परिसर में यूकेलिप्टस के दो दर्जन बहुत पुराने पेड़ हैं। यह पेड़ काफी लम्बे होने की वजह से झुक गए हैं। कभी भी गिर सकते हैं। अभिभावकों का कहना है कि बच्चों की जान जोखिम में नहीं डाल सकते हैं। पेड़ों को नहीं हटाने तक वे अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजेंगे।


अभिभावकों को देख लिपट कर रो पड़े बच्चे

प्राइमरी स्कूल करनपुर में शनिवार को रोज की तरह बच्चे कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे थे। अचानक धमाके की आवाज आयी। बाहर आकर देखा तो यूकेलिप्टस का एक पुराना पेड़ टिन शेड पर गिरा था। घटना की जानकारी होने पर स्कूल पहुंचे अभिभावकों को देख बच्चे लिपट कर रोने लगे।


नए भवन निर्माण का आदेश दिया था

वर्ष 2008 में बनी इमारत 16 साल में ही जर्जर हो गयी थी। इससे इमारत के बाहर तिरपाल के नीचे पढ़ाई चल रही थी। आपके हिन्दुस्तान अखबार ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसका जिलाधिकारी विशाख जी ने संज्ञान लेते हुए पुरानी इमारत को ध्वस्त कर नया भवन निर्माण का आदेश दिया था। जिसके बाद भवन का ध्वस्तीकरण कर निर्माणकार्य चल रहा है। नतीजतन विद्यालय में पढ़ने वाले लगभग 125 विद्यार्थियों का दो पालियों में अध्यापन कार्य किया जा रहा है। घटना के बाद दोनों पालियों के बच्चों की छुट्टी कर दी गयी थी।