लखनऊ, मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने रेज़ीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों से अपील की है कि वे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) में गणना प्रपत्रों का संग्रह एवं डिजिटाइजेशन में स्थानीय बीएलओ का सहयोग करें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया प्रदेश में अभी तक तीन करोड़ से अधिक गणना प्रपत्रों का संग्रह एवं डिजिटाइजेशन का कार्य बीएलओ द्वारा किया जा चुका है। उन्होंने सभी मतदाताओं से भी एसआईआर प्रक्रिया में पूर्ण उत्साह के साथ भाग लेने एवं अपने बीएलओ का सहयोग करने की अपील की है। साथ ही कहा है कि नगरीय क्षेत्रों में प्राय: बीएलओ स्थानीय कर्मचारी नहीं होता है, अतः नगरीय क्षेत्रों में बीएलओ का कार्य ग्रामीण क्षेत्रों के मुक़ाबले कठिन होता है। ऐसी स्थिति में रेज़ीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को भी अपने क्षेत्र के बीएलओ के साथ सहयोग करना चाहिए और एसआईआर प्रक्रिया में पूर्ण सक्रियता के साथ भाग लेना चाहिए। गणना प्रपत्र को सही से भरकर हस्ताक्षर करने के बाद 4 दिसंबर तक अपने मतदेय स्थल के बीएलओ को उपलब्ध कराना है। यूपी में हुए पिछले विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के बाद वर्ष 2003 में तैयार मतदाता सूची में अपना या अपने संबंधी का विवरण खोजने के लिए वेब पोर्टल https://voters.eci.gov.in पर जाएं, Search Your Name in Last एसआईआर पर क्लिक करें, Search by Elector Details टैब पर जाएं और ऐसा कर अपने या अपने संबंधी की डिटेल्स आसानी से खोज सकते हैं। यदि वर्ष 2002-2004 की अवधि में मतदाता भारत के किसी अन्य राज्य में रहा हो तो उस राज्य में उस अवधि में संपन्न हुए एसआईआर के बाद तैयार मतदाता सूची भी उपर्युक्त वेब पोर्टल पर उपलब्ध है एवं उसे वहाँ से देखा जा सकता है। गणना प्रपत्र को उपर्युक्त वेब पोर्टल पर ही ऑनलाइन भी भरने की सुविधा उपलब्ध है।
गणना प्रपत्र पहुंचाना अधिकारियों का जिम्मा
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि समस्त जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि उनको यह सुनिश्चित कराना है कि उनके जिले के समस्त गावों के समस्त मजरों में और नगरीय क्षेत्रों में सभी मोहल्लों, कॉलोनियों और बस्तियों में रहने वाले प्रत्येक मतदाता को गणना पत्र अवश्य उपलब्ध करा दिया जाए। विभिन्न स्रोतों से जिला निर्वाचन अधिकारी यह फीडबैक लें कि उनके ज़िले का कोई भौगोलिक क्षेत्र बीएलओ के भ्रमण से छूट न गया हो। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों से अपने ज़िले में एसआईआर प्रक्रिया को कार्ययोजना बनाकर समय से पूर्ण करने का निर्देश दिया।

