लकदक होंगे जिले में संचालित परिषदीय स्कूल


गौरीगंज (अमेठी)। परिषदीय स्कूलों की रंगाई पुताई के मद में मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से वार्षिक कार्ययोजना के तहत जिले को कंपोजिट ग्रांट का आवंटन हुआ है। आवंटित राशि बेसिक शिक्षा विभाग छात्र संख्या के अनुसार स्कूलों के खाते में अंतरित करेगा। इस राशि से प्रधानाध्यापक स्कूल की रंगाई-पुताई, वॉल पेंटिंग व दीवारों पर स्वच्छता संदेश अंकित कराने के साथ स्वच्छता सामग्री क्रय कर सकेंगे। 




इससे 1.92 लाख बच्चों व पांच हजार शिक्षकों को सुविधा मिलेगी।जिले के 139 प्राथमिक, 234 उच्च प्राथमिक व 197 कंपोजिट स्कूलों (कुल परिषदीय स्कूल 1570) में बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ स्कूलों के भवन को लकदक करने के लिए समग्र शिक्षा अभियान की वार्षिक कार्ययोजना के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग को कंपोजिट ग्रांट आंवटित की गई है। राशि आवंटन के बाद राज्य परियोजना निदेशक अनामिका सिंह ने बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र जारी किया है। पत्र में आवंटित राशि छात्र संख्या के अनुसार विद्यालयों के खाते में अंतरित कर नियमानुसार कार्य कराने को कहा है।


अभियान के तहत वर्ष 2021-22 में परिषदीय विद्यालय/ उच्च प्राथमिक स्कूल/ कंपोजिट स्कूलों हेतु 30 सितंबर 2021 तक नामांकित छात्र संख्या के आधार पर जिले को पांच करोड़ 59 लाख रुपये आवंटित हुए हैं। आवंटित राशि में एक से 30 छात्र संख्या वाले 105 स्कूलों में दस लाख पांच हजार रुपये, 30 से 100 छात्र संख्या वाले 824 स्कूलों में दो करोड़ चार लाख रुपये, 100 से 250 छात्र संख्या वाले 649 स्कूल में दो करोड़ 87 लाख पचास हजार रुपये तथा 250 से 1000 हजार छात्र संख्या वाले 76 स्कूलों में 57 लाख रुपये अंतरित किए गए हैं।बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारी व प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी कर आवंटित राशि का उपभोग स्कूल की रंगाई-पुताई, वॉल पेंटिंग, प्रसाधन को क्रियाशील करने, दीवारों पर स्वच्छता संदेश का अंकन करने के साथ ही स्वच्छता सामग्री (प्रसाधन क्लीनर व हैंडवाश) आदि क्रय करने को कहा है। बीएसए ने राशि का उपभोग करते हुए उपभोग प्रमाण पत्र व फोटोग्राफ कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है।जिला समन्वयक निर्माण मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि आवंटन के सापेक्ष न्यूनतम 10 प्रतिशत राशि से छात्र-छात्राओं की संख्या के अनुसार मल्टीपल हैंडवॉशिंग सिस्टम के साथ टोटियां स्थापित करते हुए नेलकटर, हैंडवॉश, सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। इतना ही नहीं हैंडपंप/ सबमर्सिबल पंप के पास प्लेटफार्म व सोख्ता गड्ढे का निर्माण करने के साथ ही रसोईघर तक जलापूर्ति व निकासी के साथ बर्तनों को साफ करने के सामानों की खरीदारी की जाएगी। शिक्षण सामग्री, शिक्षण सहायक सामग्री, फर्स्ट एड बाक्स में दवाएं, अग्निशमन यंत्र की रीफिलिंग, अक्रियाशील उपकरण बदलने, रंगाई-पुताई व वालपेटिंग के साथ प्लास्टर, कुर्सी-मेज झूला व अन्य के बैठने के साथ कक्षा-कक्षों के टाइलीकरण के साथ अन्य आवश्यक कार्य पूरे किए जाएंगे।

जिला समन्यवक मध्यान्ह् भोजन अरुण त्रिपाठी ने बताया कि कंपोजिट ग्रांट की राशि छात्र संख्या के अनुसार दी जाएगी। 01 से 30 छात्र नामांकन वाले स्कूलों को दस हजार पांच सौ, तो 30 से 100 छात्र नामांकन वाले स्कूलों को 25 हजार रुपये, 100 से 250 छात्र नांमाकन वाले स्कूलों को 50 हजार रुपये, 250 से 1000 नामांकन वाले स्कूल को 75 हजार रुपये तथा 1000 से अधिक छात्र नामांकन वाले स्कूलों में खाते में एक लाख रुपये की राशि ट्रांसफर होगी। बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि रेंडम चेकिंग में राशि के दुरुपयोग होने तथा नियमानुसार कार्य नहीं होने पर रिकवरी के साथ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।