प्रयागराजः 28 नवबंर को 2021 को प्रश्न-पत्र लीक होने से रद्द हुई उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET 2021) यूपी टीईटी को नकल रहित करवाने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।इसमें एडेड महाविद्यालयों तक को परीक्षा केंद्र बनाया जा रहा है, ताकि केंद्रों की संख्या कम की जा सके। इससे निगरानी बढ़ाई जा सकेगी. साथ ही प्रयागराज, गोरखपुर, मथुरा, अलीगढ़ समेत लगभग 14 जिलों को रडार पर रखा गया है. इन सभी 14 जिलों पर चौकसी बढ़ाकर नकल माफिया के नेटवर्क और मंसूबों को तोड़ेने की पूरी तैयारी की जा रही है।
संदिग्ध नंबरों की जांच की जाएगी
जानकारी के मुताबिक शासन की इच्छा है कि यूपी टीईटी में 500 से कम क्षमता वाले विद्यालयों को परीक्षा केंद्र न बनाए जाए. कम क्षमता वाले स्कूलों की जगह ज्यादा क्षमता वाले नामी इंटर कॉलेजों व महाविद्यालयों को केंद्र बनाए जाने से सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट व पर्यवेक्षकों की उपलब्धता केन्द्रों पर ज्यादा रहेगी. वहीं एसटीएफ ने संदिग्ध नंबरों की जांच करना शुरू कर दिया है।
गोपनीयता बनाए रखने को लेकर बरती जा रही सतर्कता
पूर्व में हुए नकल के मामलों को गंभीरता से लेते हुए प्रयागराज पर सबसे ज्यादा फोकस किया गया है. इसके अलावा गाजीपुर, लखनऊ, बुलंदशहर, मेरठ, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, मैनपुरी जिले रडार पर हैं. इन जिलों में नकल माफिया से जुड़े संदिग्धों पर परीक्षा के दौरान विशेष नजर रखी जाएगी. प्रश्न-पत्र छापने वाली प्रिंटिंग एजेंसी की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए उसकी गोपनीयता बनाए रखने को लेकर सतर्कता बरती जा रही है, ताकि पहले की तरह कोई भी गड़बड़ न हो और निष्पक्ष तरीके से परीक्षा संपन्न कराई जा सके।
अभ्यर्थियों को नई तारीख का हैं इंतजार
आपको बता दें कि पर्चा लीक होने की वजह से यूपीटीईटी रद्द की गई थी. अब सभी उम्मीदवार 2021 की नई तारीख का इंतजार कर रहे हैं. शुचितापूर्ण तैयारियों में प्रश्नपत्र तैयार करने, फिर माडरेटर द्वारा परीक्षण करने, परीक्षा केंद्रों के परीक्षण, फिर से प्रवेशपत्र जारी करने आदि की प्रक्रिया में लगने वाले समय को देखते हुए 20 जनवरी के पहले परीक्षा होना कठिन है।