आश्वासन की अवधि खत्म होने पर पीएनपी पर डटे:- शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी शिक्षक चयन में एक अंक से वंचित हैं अभ्यर्थी, संशोधित परिणाम जारी करने की है मांग


प्रयागराज । परिषदीय स्कूलों में हुई 69,000 शिक्षक भर्ती परीक्षा की उत्तरकुंजी में एक प्रश्न के गलत उत्तर ने सैकड़ों अभ्यर्थियों को नौकरी के सपने से दूर रखा है। कोर्ट ने भी अभ्यर्थियों को एक अंक देने का आदेश दिया है। इसको लेकर अभ्यर्थी पूर्व में कई बार सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर चुके हैं। लगभग एक पखवारा पूर्व प्रदर्शन के दौरान नए सचिव ने अभ्यर्थियों से 15 दिन का समय मांगा था। समय सीमा खत्म होने के बाद बुधवार को एक बार फिर अभ्यर्थी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर संशोधित परिणाम जारी करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब संशोधित परिणाम जारी नहीं किया जाता है, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।



धरना प्रदर्शन में शामिल दुर्गेश शुक्ल राम मिश्र, रोहित शुक्ल, विवेक सिंह ने बताया कि 69,000 शिक्षक भर्ती उत्तरकुंजी के संदर्भ में हाईकोर्ट ने अभ्यर्थियों के पक्ष में आदेश दिया है। अभ्यर्थियों के मुताबिक कोर्ट ने कहा कहा था कि 25 अगस्त 2021 से पहले कोर्ट में याचिका लगाने वाले जिन अभ्यर्थियों का चयन एक नंबर से रुका है, उन्हें एक अंक देकर जल्द से जल्द नियुक्ति दी जाए। तीन महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद अभ्यर्थियों ने कोर्ट के आदेश का अनुपालन किए जाने की मांग को लेकर लगभग बीस दिन पहले पीएनपी कार्यालय के बाहर धरना दिया था। इस संबंध में पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा था कि शासन को निर्णय लेना है। उन्होंने अभ्यर्थियों से 15 दिन का वक्त मांगा था। अब करीब 15 दिन का समय बीतने पर एक बार फिर से अभ्यर्थी अपनी मांग को लेकर धरनारत है।