केंद्र का तोहफा: ग्रुप-डी उम्मीदवारों की होगी एक परीक्षा

केंद्र सरकार ने खाली गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) की अपेक्षा 20 गुना यूनिक उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने का अवसर देने संबंधी दिशा-निर्देश गुरुवार को जारी कर दिया है।

इसके साथ ही ग्रुप-डी के उम्मीदवारों को तोहफा दिया है। इनको दो के बजाए एक परीक्षा देनी होगी। यानी ग्रुप-डी के उम्मीदवारों को कंप्यूटर आधारित (सीबीटी) एक परीक्षा देनी होगी। पहले सीबीटी-एक व सीबीटी-दो देने का प्रावधान किया गया था। विदित हो कि रेलवे परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की यह प्रमुख मांगे रही हैं।


रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने इसके तहत जारी अधिसूचना में रिक्त पदों की अपेक्षा 20 गुना यूनिक उम्मीदवारों को मौको देने का निर्णय लिया है।

विदित हो कि रेल मंत्री ने इस मसले को सुलझाने के लिए पांच सदस्यों की उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था। समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद सोमवार को बैठक में उक्त फैसला लिया गया है।

चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी

विदित हो कि रेलवे ने तकनीकी व गैर तकनीकी पदों को रेलवे ने लेवल 1, 2, 3, 4, 5 व 6 में बांटा था। तकनीकी पदों के लिए न्यूतनम योग्यता स्नातक व एनटीपीसी के लिए 12वीं (10+2) रखी गई। इसमें तकनीकी पद के लिए 10+2 के उम्मीदवार आवदेन नहीं कर सकते थे जबकि एनटीपीसी पद पर दोनों आवेदन कर सकते हैं।

स्नातक वालों ने सभी लेवल में किया आवेदन

स्नातक उम्मीदवरों ने सभी लेवल में आवेदन किया और कई लेवल में वह पास भी हो गए। इस तरह 35,000 एनटीपीसी पदों पर भर्ती के लिए कंप्यूटर आधारित लेवल-1 की परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों की संख्या साढ़े चार लाख के आसपास हो गई। कारण यह रहा कि रेलवे के चयनित उम्मीदवारों के रोल नंबर जारी किए गए।


ये थी मांग
1. उम्मीदवारों की मांग थी कि रेलवे रोल नंबर के बजाए उम्मीदवारों का चयन करे।

2. एनटीपीसी परीक्षा लेवल-2 में अब रोल नंबर के बजाए चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी होगी