परिषदीय स्कूलों में देरी से पहुंचा प्रश्नपत्र

वाराणसी जिले के आठ ब्लॉकों के 1144 परिषदीय विद्यालयों में दो साल बाद बार्षिक परीक्षा मंगलवार से शुरू हो गई। पहले दिन कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की सभी विषयों की मौखिक परीक्षाएं हुई। कक्षा छह से आठ में गृह शिल्प कृषि व स्वास्थ्य शिक्षर की लिखित परीक्षाएं हुई। हालांकि, अधूर कोर्स के बीच हो बच्चों का इम्तिहान लिया जा रहा है।




कोरोना के कारण स्कूल बंद थे, जिसकी वजह से स्कूलों में कोर्स पूरा नहीं हो सके। नकल विहीन परीक्षा के लिए सभी खंड शिक्षाधिकारियों और एआरपी की ड्यूटी लगाई गई थी। परीक्षा के लिए ब्लॉक रिसोर्स सेंटर (बीआरसी) से स्कूलों में प्रश्नपत्र भेज जाने थे, कुछ स्कूलों के प्रधानाध्यापक बीआरसी देर से पहुंचे। जिसकी वजह से कुछ स्कूलों में प्रश्नपत्र डेढ़ घंटे देरी से पहुंचा। परीक्षाएं भी देर से शुरू हुई।

काशी विद्यापीठ ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय केशरीपुर में 586 बच्चे पंजीकृत हैं पाली में 470 बच्चों ने परीक्षा दी। वहीं, प्राथमिक विद्यालय भिटारी में 293 बच्चे पंजीकृत है, जिसमें से 262 ने परीक्षा दी। परीक्षा के पहले एसआरजी डॉ. कुंवर भगत सिंह विद्यालय पहुंचे, उन्होंने कक्षाओं का निरीक्षण कर बच्चों से सवाल जवाब भी किए। वहीं, महमूरगंज स्थित कंपोजिट विद्यालय में 347 बच्चे पंजीकृत हैं, दोनों पालियों में 316 बच्चों ने परीक्षा दी। प्रधानाध्यापिका प्रीति त्रिवेदी ने बताया कि कोरोना के कारण बच्चों का कोर्स पिछड़ गया था, उसे पूरा करने के साथ उन्हें विषय को समझाने का पूरा प्रयास किया गया है उसी आधार पर वार्षिक परीक्षाएं ली जा रही हैं।