शिक्षा से वंचित बच्चों की पहचान के बताये तरीके


श्रावस्ती। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में विकास | भवन स्थित डीपीआरसी हाल में अर्ली वार्निंग सिस्टम प्रोग्राम के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को मुख्य धारा में जोड़ने की जानकारी दी गई।

इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि समग्र शिक्षा योजना के तहत सभी विद्यालयों में अर्ली वार्निंग सिस्टम कार्यक्रम किया जाना है। इस योजना के तहत ऐसे छात्रों को चिन्हित करते हैं जो भविष्य में विद्यालय छोड़ सकते हैं। पहले तो ऐसे बच्चे विद्यालय ड्रॉपआउट होते हैं। उसके पश्चात पूर्ण रूप से शिक्षा की मुख्यधारा से वंचित हो जाते हैं। ऐसे बच्चों की पहचान एवं ट्रेकिंग कर के इनके साथ इनके अभिभावकों को परामर्श की आवश्यकता होती है।
यह कार्य हम विद्यालय प्रबंध समिति की मासिक बैठक एवं समूह की बैठक, ग्राम सभा की बैठक एवं अध्यापकों के परामर्श के माध्यम से नियमित रूप से कर सकते हैं। जिला समन्वयक अजीत कुमार उपाध्याय ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से सबसे पहले मास्टर ट्रेनर्स तैयार किया जा रहे हैं। उसके पश्चात इन्हीं मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से प्रत्येक विकास खंड में अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा