हिंदी की किताब के पाठ्यक्रम में बदलाव को मिली हरी झंडी


प्रयागराज परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक और दो में पढ़ाई जाने वाली हिंदी की किताब सारंगी में नए सत्र से बच्चों को नया पाठ्यक्रम पढ़ने को मिलेगा।


 बृहस्पतिवार को लखनऊ में हुई बैठक में शासन ने राज्य शिक्षा संस्थान के प्रस्ताव पर मुहर लग लगा दी है। संस्थान को निर्देश दिया गया है कि 15 दिनों के अंदर पाठ्यक्रम में बदलाव की रूपरेखा तैयार कर ले। परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक और दो में नए सत्र से एनसीईआरटी की किताबों को लागू करने की तैयारी चल रही है।


 कक्षा एक और दो की हिंदी की किताब सारंगी को यूपी के परिवेश में तैयार करने की योजना है, जिसकी जिम्मेदारी राज्य शिक्षा संस्थान को थी। संस्थान ने प्रस्ताव बनाकर पिछले दिनों शासन को भेजा था। इसमें स्थानीय मेले, कविताएं, क्षेत्रीय हस्तशिल्प, परंपराओं, बोलियों, रीति-रिवाज को शामिल करने का सुझाव दिया दिया गया था। राज्य शिक्षा संस्थान को निर्देश दिया गया है कि वह 15 दिनों के अंदर विषय विशेषज्ञों के साथ बैठक करके पाठ्यक्रम में होने वाले बदलाव को लेकर तैयारी कर लें।



शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए कार्यशाला भी अक्तूबर माह में आयोजित की जाएगी। ताकि नवंबर के बाद पुस्तकों को तैयार कराने का कार्य शुरू हो सके और नए सत्र के पहले सभी जिलों में नई पुस्तक को पहुंचाया जा सके। नए सत्र में इसको पढ़ाया जा सके। राज्य शिक्षा संस्थान की कार्यक्रम समन्वयक डॉ. दीप्ति मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार को विशेषज्ञों को पत्र भेजकर उनसे समय लिया जाएगा।