पांच राज्यों में सत्ता संग्राम की तारीखों का ऐलान, निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम जारी किया, सात नवंबर से मतदान


निर्वाचन आयोग ने सोमवार को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में, बाकी चार राज्यों में एक चरण में मतदान होगा। सात से 30 नवंबर के बीच वोटिंग होगी और तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे। इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।


मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पांच राज्यों में 1.77 लाख मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, जिनमें से 1.01 लाख केंद्रों में वेबकास्टिंग की सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव तैयारियों के दौरान आयोग ने राजनीतिक दलों, प्रवर्तन एजेंसियों आदि से मुलाकात कर उनके सुझावों पर विचार किया। आयोग का ध्यान ‘रोल-टू-पोल’यानी यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित होगा कि सभी मतदाता मतदान करने के लिए आएं। निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए भी पूरी कोशिश की गई है।

चुनाव प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित तंत्र निर्वाचन आयोग ने कहा कि मतदाताओं को लुभाने के लिए नकदी, शराब और मुफ्त वस्तुओं की जब्ती का रिकॉर्ड रखने के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित तंत्र विकसित किया गया है। यह प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जब्ती के बाद वास्तविक समय के अपडेट के लिए एक नया प्रौद्योगिकी-संचालित मंच है।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव उचित समय पर होंगे
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में उचित समय पर चुनाव कराए जाएंगे। यहां चुनाव तब होंगे, जब सुरक्षा स्थिति और माहौल अनुकूल होंगे।

कब-कहां डाले जाएंगे वोट
राज्य मतदान कुल सीट

मध्य प्रदेश 17 नवंबर -230

राजस्थान 23 नवंबर- 200

छत्तीसगढ़ 07 और 17 नवंबर- 90

मिजोरम 07 नवंबर- 40

तेलंगाना 30 नवंबर- 119

मुफ्त की घोषणाएं लोकलुभावन वादों का तड़का
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने एक सवाल के जवाब में कहा, मुफ्त चीजें देने की घोषणाओं में हमेशा लोकलुभावन वादों का तड़का होता है। जनता को यह जानने का पूरा अधिकार है कि मुफ्त की वस्तुएं कहां से आएंगी। उन्होंने कहा, यह राज्य सरकारों का अधिकार क्षेत्र है, लेकिन वे पांच साल तक इन रियायतों को याद नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है और निर्वाचन आयोग इस पर स्पष्टता और निर्णय मिलते ही कार्रवाई करेगा।

पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव देश के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इसके बाद लोकसभा चुनाव होने हैं। ये चुनाव कराने के लिए पिछले छह महीने से तैयारी की जा रही थी। युवा, महिलाएं और शहरी मतदाता मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेें।

-राजीव कुमार, मुख्य निर्वाचन आयुक्त