लखनऊ, अब मदरसा और माध्यमिक स्कूलों में कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक के विद्यार्थियों को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ), कोडिंग, कंप्यूटेशनल थिंकिंग व डिजिटल लिटरेसी का पाठ पढ़ाया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) जल्द इसका पाठ्यक्रम तैयार करेगा। पहले चरण में कक्षा छह से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जा चुका है। इसे अगले वर्ष से विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। एससीईआरटी
निदेशक पवन सचान के मुताबिक अब दूसरे चरण में कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक के विद्यार्थियों के लिए भी पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा। इसके लिए जल्द विशेषज्ञों की टीम गठित की जाएगी।
चूंकि कक्षा छह से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जा चुका है, ऐसे में अब उच्च कक्षा के लिए इसमें आगे की पाठ्य सामग्री जोड़कर इसे तैयार कर लिया जाएगा। माइक्रोसाफ्ट वर्ड, एक्सेल, लाजिक थिंकिंग व डिजिटल लिट्रेसी इत्यादि कक्षा आठ तक पढ़ा दी जाएगी। पवन सचान ने बताया कि तार्किक क्षमताओं से विद्यार्थी समस्या के समाधान में दक्ष हो सकें और तकनीक के क्षेत्र में उपलब्ध व्यावसायिक अवसरों का लाभ उठा सकें, इसके लिए यह पहल की गई है।
डिजिटल साक्षरता के साथ-साथ डिजिटल जागरुकता भी बहुत जरूरी है। इंटरनेट व अन्य डिजिटल संसाधनों का सुरक्षित उपयोग के बारे में बताया जाएगा, ताकि छात्र इसके दुष्परिणामों से बच सकें। एआइ का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है और तकनीक लगातार अपडेट हो रही है। ऐसे में इंटर तक विद्यार्थियों को इन विषयों का ज्ञान दिया जाना बेहद जरूरी हो गया है