छात्रों का ऑनलाइन सत्यापन भूले शिक्षक, कैसे ट्रांसफर होगा फंड: इन जनपदों में है सबसे कम लंबित

 बागपत, जनपद के परिषदीय विद्यालयों के जिम्मेदारों ने नई कक्षा में बच्चों के प्रवेश तो कर लिए, लेकिन उनके अभिभावकों के खातों में होने वाले डीबीटी का सत्यापन करना भूल गए। जिस पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने कड़ी नाराजगी जताई है, साथ ही 30 मई तक लंबित सत्यापन शून्य करने के निर्देश दिए है। निर्देशों का पालन न करने पर अधिकारियों को कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।




नई कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को नए सत्र 2024- 25 में जूता-मोजा, बैग, स्वेटर व किताबों के लिए दिए जाने वाले रुपये डीबीटी के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों के खाते में भेजा जाना है। इसके लिए पहले से विद्यालय के अध्यापकों के माध्यम से प्रेरणा पोर्टल पर विवरण भरना होता है। इसके बाद में ब्लॉक स्तर से बीईओ को फारवर्ड करना होता है, लेकिन बागपत के काफी स्कूलों के शिक्षकों ने बच्चों के अभिभावकों के डीबीटी करने में लापरवाही की है। वहीं, पहले से डीबीटी किए डाटा को बीईओ की लापरवाही से बच्चों के डीबीटी विवरण को पोर्टल से फारवर्ड ही नहीं किया गया, जिस कारण समय से अभिभावकों के खाते में धनराशि भेजना संभव नहीं हो रहा है। इस मामले में महानिदेशक शिक्षा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने 30 मई तक लंबित सत्यापन शून्य करने के निर्देश दिए हैं।


इन जनपदों में है सबसे कम लंबित


बागपत में 9510, हमीरपुर में 16282, गाजियाबाद में 25174, हापुड़ में 25336, भदोही में 26190, कानपुर नगर में 30313, औरैया में 31033, मऊ में 35256, मैनपुरी में 36747, शामली में 39982 अभिभावकों की डीबीटी लंबित है।