28 July 2025

चिंताजनक: बेवक्त बुढ़ापे की ओर धकेल रही बढ़ती गर्मी

 

दुनियाभर में पड़ रही अत्यधिक गर्मी लोगों के शरीर को कमजोर बना रही है। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि तेज गर्मी सिर्फ असहज या खतरनाक नहीं होती, बल्कि यह हमारे शरीर को अंदर से कमजोर भी बना सकती है। इससे हमारी जैविक उम्र तेजी से बढ़ सकती है, यानी उम्र से पहले (बेवक्त) ही बुढ़ापा आ सकता है।


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गर्मी और बढ़ती जैविक उम्र का रिश्ता : अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में किए गए अध्ययन में पता चला है कि ज्यादा गर्मी से शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इससे पसीना, थकान, चक्कर, डिहाइड्रेशन जैसी तकलीफें होती हैं, जिनसे लोग परेशान हो जाते हैं। लगातार गर्मी झेलने से शरीर की कोशिकाएं और टिश्यू जल्दी खराब होने लगते हैं, जिससे जैविक उम्र तेजी से बढ़ती है। गर्मी इंसान के डीएनए को तो नहीं बदलती, लेकिन डीएनए कैसे काम करता है उस पर अवश्य ही असर डालती है।


बुजुर्गों को किया गया शामिल : अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने हजारों बुजुर्गों के ब्लड सैंपल लिए। इसमें नतीजा निकला कि जो लोग हर साल 140 दिन से ज्यादा तेज गर्मी झेलते हैं, उनकी जैविक उम्र औसतन 14 महीने ज्यादा पाई गई। यह ऐसा ही था जैसे कोई धूम्रपान या शराब का अधिक सेवन करता है। वहीं, जर्मनी में हुए अन्य अध्ययन में महिलाओं पर गर्मी का ज्यादा असर दिखा, क्योंकि वे कम पसीना बहाती हैं। मोटापा या डायबिटीज वाले लोगों में भी असर ज्यादा है। केन्या में हुए अध्ययन में मां के गर्भ में बच्चों पर भी गर्मी का असर दिखा। अगर गर्भवती महिला गर्मी, तनाव, पानी की कमी झेल रही है तो बच्चा कम वजन और कमजोर इम्यून सिस्टम के साथ जन्म ले सकता है।

इस तरह करें बचाव


● गर्मी में कम व्यायाम करें, खासकर दोपहर के समय


● एसी का इस्तेमाल करें अथवा ठंडी जगह पर रहें


● अच्छा खानपान, सही नींद, दवाएं लें


क्या है जैविक उम्र


आपकी असल उम्र वो है जो आपके जन्म से अब तक के साल हैं। मगर जैविक उम्र बताती है कि आपके शरीर की कोशिकाएं और अंग कितनी उम्र के जैसे काम कर रहे हैं। कुछ लोग 60 की उम्र में चुस्त-दुरुस्त रहते हैं (कम जैविक उम्र) और कुछ 40 में ही थके-बीमार लगते हैं (ज्यादा जैविक उम्र)।