बीएसए महोदय (सीतापुर) पर हुआ हमला निस्संदेह अत्यंत निन्दनीय है।
इस घटना ने पूरे शिक्षा विभाग को शर्मसार कर दिया है।
➡️ इस घटना के वास्तविक कारणों की गहन जांच विभागेतर *जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में* होनी चाहिए।
➡️ *महेंद्र वर्मा जी प्रकरण की पूरी सीसीटीवी फुटेज (लगभग 25–30 मिनट, आने से लेकर जाने तक) सार्वजनिक की जाए।*
➡️ पीड़ित शिक्षक का पक्ष भी सुना जाए तथा उनकी *डाक्टरी जांच अनिवार्य रूप* से कराई जाए, उसके बाद ही कोई कानूनी कार्रवाई की जाए।
मैं स्वयं इस घटना का *प्रत्यक्षदर्शी* हूँ। उस समय मैं बीएसए कार्यालय में ही मौजूद था और देखा कि *लगभग 20–25 लोगों ने 10–15 मिनट तक लगातार उन्हें पीटा,* यहाँ तक कि बन्द कमरे में भी मारपीट की गई।
यदि पूरी फुटेज जारी हो जाए तो अनेक ऐसे चेहरे उजागर होंगे जो बाहर शिक्षकों के हितैषी बनकर घूमते हैं, लेकिन भीतर एक शिक्षक की पिटाई में शामिल थे।
📌 प्रत्येक दोषी चाहे वह कोई भी हो, उस पर कठोर विधिक कार्यवाही हो।
📌 बिना दोनों पक्षों की बात सुने, एकतरफा निर्णय लेना न केवल अनुचित बल्कि न्याय के विरुद्ध भी है।
✍️ सत्य सामने आना चाहिए, दोषी को दंड और निर्दोष को न्याय मिलना चाहिए।
*राजीव गौड़*
परसेंडी-सीतापुर