उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी टीईटी-2021 की नई तारीख का एलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का रविवार को पेपर इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद परीक्षा को रद करने के बाद सरकार ने नई तारीख भी घोषित कर दी है। सरकार अब 26 दिसंबर को दो पालियों में परीक्षा का आयोजन कराएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि हम परीक्षार्थियों के साथ न्याय करेंंगे और एक महीने के अंदर ही परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा। इस परीक्षा के लिए प्रदेश के 2554 परीक्षा केंद्रों पर 21,65,181 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। प्राथमिक स्तर की परीक्षा 2554 केंद्रों पर 12,91628 को शामिल होना था। उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 1747 केंद्रों पर 8,73,553 को शामिल होना था।यूपीटीईटी 2021 की नई तारीख 26 दिसंबर घोषित की गई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र ने पहले इसी तारीख का प्रस्ताव शासन को भेजा था, लेकिन बेसिक शिक्षा मंत्री ने पहले परीक्षा कराने का निर्देश दिया था। उन्होंने इसका कारण बीते वर्ष परीक्षा ना होना बताया था। पिछले साल कोरोना की वजह से परीक्षा नहीं हो सकी थी। उसके बाद 28 नवंबर की तारीख तय हुई। अब पेपर लीक होने से परीक्षा निरस्त हो चुकी है और सरकार ने एक माह के अंदर कराने का ऐलान किया है इसलिए नई तारीख 26 दिसंबर घोषित की गई है।
यूपी टीईटी- 2021 की नई तारीख का एलान, प्रदेश में अब 26 दिसंबर को होगी परीक्षा, पढ़ें विस्तृत खबर
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 का प्रश्नपत्र रविवार को परीक्षा शुरू होने से पहले ही लीक हो गया। सरकार ने दोनों पालियों की परीक्षा रद कर दी है। इसमें 21 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे। इंटरनेट मीडिया पर पेपर लीक करने वाले 35 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें प्रयागराज निवासी साल्वर गैंग का सरगना सहित बिहार राज्य के आठ साल्वर शामिल हैं। इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है।
प्रमुख सचिव (बेसिक शिक्षा) दीपक कुमार ने कहा कि शासन ने परीक्षा की शुचिता व पारदर्शिता बनाए रखने के लिए दोनों पालियों की परीक्षा रद करने का निर्णय लिया। परीक्षार्थियों को दोबारा आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी और न ही किसी तरह का शुल्क देना होगा। दोबारा परीक्षा का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। दीपक कुमार ने कहा कि एसटीएफ की जांच में परीक्षा एजेंसी की भूमिका सामने आएगी तो उसी के अनुरूप एजेंसी को बदलने सहित अन्य निर्णय लिए जाएंगे। पेपर कहां से लीक हुआ, कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं, इन सवालों के उत्तर तलाशे जा रहे हैं।