UPTET:- बहुत अच्छा हुआ पेपर, लेकिन सब कुछ बर्बाद हो गया

प्रयागराज : परीक्षा शुरू होने के पहले पर्चा आउट हो जाने पर यूपीटीईटी की परीक्षा स्थगित जरूर कर दी गई, लेकिन कई केंद्रों पर पहली पाली की परीक्षा संपन्न कराई गई। परीक्षार्थी केंद्र में परीक्षा दे रहे थे और बाहर इंटरनेट मीडिया पर परीक्षा रद किए जाने की खबर से उनके अभिभावक परेशान रहे। पहली पाली की परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर बहुत अच्छा हुआ है, लेकिन अब सब बर्बाद हो गया। रविवार को सुबह की पाली में 10:00 से दोपहर 12:30 प्राथमिक स्तर की परीक्षा होनी थी। इस पाली में प्रदेश भर में 12,91,628 अभ्यर्थियों को सम्मिलित होना था। इसके पहले ही पर्चा आउट हो गया, लेकिन केंद्र व्यवस्थापकों व परीक्षार्थियों को इसकी जानकारी न होने से केंद्रों पर परीक्षा शुरू हो गई। कई जिलों में तो बीच में ही परीक्षा स्थगित कर दिए जाने की सूचना देकर अभ्यर्थियों को वापस घर जाने को कह दिया गया, लेकिन प्रयागराज सहित कई जिलों में कई केंद्रों पर पहले पाली की पूरी परीक्षा कराई गई। उसके बाद परीक्षार्थी बाहर आए तो परीक्षा स्थगित होने की जानकारी उन्हें मिल सकी। स्थगित किए जाने के बावजूद परीक्षा कराने को लेकर केंद्र व्यवस्थापकों ने तर्क दिया कि अव्यवस्था को रोकने के लिए ऐसा किया गया। नैनी के एक केंद्र से परीक्षा देकर लौट रही सुलेमसराय की विनीता यादव ने बताया कि पहले अच्छा पेपर होने के बाद उसके रद होने की सूचना ने दुखी कर दिया, उसके बाद जाम ने रुला दिया। परीक्षा दोपहर में 12:30 बजे खत्म हुई। उसके बाद जाम के कारण नैनी से सिविल लाइन पहुंचने में ही चार बज गए। पेपर बहुत अच्छा आया। 150 प्रश्नों में 120 से ज्यादा सवालों के जवाब सही किए हैं। महरोज जहां का केंद्र नैनी के चाका के नंदलाल कालेज में था। पहली पाली में केंद्र पर पूरी परीक्षा कराई गई। बाहर निकलने पर उनके पिता अब्दुल मजीद ने जानकारी दी कि परीक्षा रद हो गई है। यह सुनकर वह निराश हो गईं, क्योंकि उनका पेपर अच्छा हुआ था। ऐसे ही भाव होलागढ़ क्षेत्र के रोहित शुक्ला के थे। पहले पर्चा स्थगित होने की खबर, उसके बाद जगह-जगह लगे जाम में फंसने से वह दुखी थे।



प्रश्न पत्र छापने वाली एजेंसी पर सवाल राज्य 
लखनऊ : प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल व प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप लगना आम बात है। लगभग हर परीक्षा के दौरान व बाद में ऐसी बातें सामने आती रही हैं, लेकिन सत्य से सरोकार न होने से आरोप सिरे से खारिज होते रहे हैं। इस बार परीक्षा की सुबह की जगह शनिवार शाम को ही इंटरनेट पर प्रश्नपत्र व हल सामग्री वायरल हुई तो एसटीएफ ने उसकी जांच कराई। प्रश्नपत्र सही मिला और कुछ ही घंटों में पेपर कई जिलों के वाट्सएप ग्रुपों पर पहुंच गया। पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पेपर शनिवार को ही वायरल हुआ। प्रश्नपत्र परीक्षा संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय प्रयागराज ने तैयार कराकर एजेंसी के माध्यम से छपवाया था। प्रश्नपत्र कौन सी एजेंसी छाप रही है, ये गोपनीय होता है, इसीलिए एडीजी ने पेपर छापने वाली एजेंसी का नाम लेने तक से परहेज किया। सिर्फ यही कहा कि इसकी एसटीएफ छानबीन कर रही है।