व्हाट्सएप से भेजा गया था यूपीटीईटी का पेपर, आखिरी दिन 20-20 हजार रुपये में पेपर बेचने का सौदा


प्रयागराज । पेपर लीक कांड का मुख्य आरोपी संतोष और विकास दीक्षित दोनों साथ में व्यापम घोटाले में जेल जा चुके थे। जेल से छूटने के बाद दोनों ने फिर कोई बड़ा हाथ मारने के लिए योजना बनाई। इसी साल फरवरी में विकास ने उसकी मुलाकात प्रयागराज निवासी राहुल मिश्रा व अनुराग शर्मा कराई थी। दोनों नोएडा में रहते हैं। राहुल पेपर लीक कराने का काम करता है। उससे टीईटी पेपर को लेकर बातचीत फॉर्म भरे जाने के समय ही हुई थी। राहुल मिश्रा ने बताया था कि ऐसी संस्था को टीईटी का काम सौंपा जा रहा है, जहां से पेपर लीक हो जाएगा। इसलिए अभ्भ्यर्थी की तलाश करो।

इसके बाद संतोष अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में लखनऊ आया और राहुल से टीईटी पेपर देने की बात हुई। संतोष के मुताबिक राहुल को लखनऊ में तीन लाख रुपये दिए गए। बाद में वह प्रयागराज गया, जहां रोशन पटेल से टीईटी पेपर लेने के संबंध में बात की और दिल्ली चला गया था। इस बीच संतोष ने कई जिलों में नकल माफियाओं संपर्क किया। उनसे बताया गया था कि पेपर रात में ही मिल जाएगा। ज्यादा से ज्यादा अभ्भ्यर्थियों से संपर्क किया जाने लगा। दो लाख से डिमांड शुरू होती थी, आखिरी दिन 20-20 हजार रुपये में पेपर बेचने का सौदा किया गया।