बिना जांच पूरी हुए खंड शिक्षा अधिकारी की दोबारा तैनाती, भ्रष्टाचार का था आरोप


कन्नौज। जलालाबाद के बीईओ को बीएसए ने भ्रष्टाचार के आरोप में दो सप्ताह पूर्व हटाकर जांच के निर्देश दिए थे, पर जांच पूरी हुए बिना उन्हें दोबारा तैनात दे दी गई है। इसके विरोध में यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के पदाधिकारियों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा।





यूटा ने बीएसए संगीता सिंह को बीईओ जलालाबाद ओपी वर्मा के भ्रष्टाचार की आठ बिंदुओं पर शिकायत की थी। बीएसए ने संज्ञान लेकर बीईओ के खिलाफ त्रिस्तरीय जांच बैठा दी और जलालाबाद ब्लाक से हटाकर मुख्यालय में तैनात कर दिया था।



बिना जांच पूरी हुए बीएसए ने दोबारा शुक्रवार को जलालाबाद में तैनात कर दिया। इस पर यूटा के संरक्षक विवेक सिंह, जिलाध्यक्ष पंकज सिंह भदौरिया, संगठन मंत्री रोहित द्विवेदी, संयुक्त मंत्री आशीष मिश्रा, विकास दुबे, अतुल कुमार, रोबिन कुमार आदि शिक्षकों ने जिलाधिकारी ज्ञापन दिया है। यूटा के जिलाध्यक्ष पंकज भदौरिया ने आरोप लगाया कि बीईओ ओपी वर्मा द्वेश भावना के चलते शिक्षकों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इधर, बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि इस संबंध में कोई बात नहीं करनी है।