शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष को बर्खास्तगी की नोटिस, एक शिक्षक निलंबित

गोंडा। विधानसभा चुनाव में पार्टियों से आस्था शिक्षकों और कर्मियों पर भारी पड़ रहा है। जिलाधिकारी उज्जवल कुमार ने बीते दिनों दो शिक्षकों को निलंबित किया था। उन पर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने का आरोप था। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ल पर सपा के पक्ष में प्रचार करने का आरोप लगा है। बीएसए ने उनको सेवा से बर्खास्त करने की नोटिस दी है। साथ ही तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, एक शिक्षक को सोशल मीडिया पर प्रचार पर करने के आरोप में निलंबित कर दिया है। बीएसए राम प्रताप सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है।



भारत निर्वाचन के सख्त निर्देश के बावजूद आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर राजनीतिक दल अथवा प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने वाले कर्मियों के खिलाफ डीएम उज्जवल कुमार की कार्रवाई जारी है। प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मणपुर विकासखंड कटरा बाजार में तैनात सहायक अध्यापक अनुज यादव प्रत्याशी विशेष के पक्ष में सोशल मीडिया पर सरेआम प्रचार-प्रसार कर रहे थे। डीएम के आदेश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने सहायक अध्यापक अनुज यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी बेलसर अजय कुमार त्रिपाठी को मामले की की जांच कर आख्या देने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार बेलसर के कंपोजिट विद्यालय मेरी उम्मेद में तैनात शिक्षामित्र शिव कुमार शुक्ला की विधानसभा तरबगंज में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार किए जाने की शिकायत मिली, जिस पर जांच में पाया गया कि शिकायत सत्य है। वह शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।


संबंधित शिक्षामित्र की संविदा समाप्त करने की नोटिस दी गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि विधानसभा चुनाव पूरी शुचिता व निष्पक्षता से संपन्न कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। इसमें किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को किसी दल या प्रत्याशी के प्रति निष्पक्ष होकर कार्य करना है तथा यदि कोई भी कर्मचारी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करेगा तो निश्चित ही उसके विरूद्ध उनके व निर्वाचन आयोग से कड़ी कार्रवाई होगी।
पहले मिला था, अभी का आरोप निराधार
शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ल ने सपा के पक्ष में प्रचार करने के आरोप से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि शिकायत की निस्तारण पहले ही हो चुका है। शिक्षामित्रों की मांगों को पार्टियों के एजेंडे में शामिल कराने के लिए आदर्श आचार संहिता के पहले सभी राजनीतिक दलों से भेंट किया था। इस समय किसी दल के पक्ष में कोई प्रचार नहीं किया जा रहा है। आदर्श आचार संहिता का पालन पूरी जिम्मेदारी से कर रहा हूं। पहले की फोटो है, जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है।