जातिसूचक शब्द कहकर छात्रा को स्कूल से किया बाहर बच्ची ने आरो के पानी से की थी आँख साफ , पढ़ें पूरा मामला

 आगरा। शाहगंज क्षेत्र के न्यू गोविन्द नगर में सिम्बोजिया स्कूल में कक्षा 9 की छात्रा ने आई फ्लू होने के कारण आरो के ठन्डे पानी से आँखें साफ की। उस छात्रा को यह बिलकुल नहीं पता था की। आँख धोना उसे इतना भारी पड़ेगा की टीचर उसके साथ मारपीट करेगी और उसे धार्मिक प्रतारणा झेलनी होगी। उसके लिए स्कूल छोड़ने तक की नौबत आ जायेगी।


इतना ही नहीं मामला थाने तक पहुँच जाएगा। फिलहाल इस मामले पर हंगामा होने के बाद। डीआईओएस दिनेश कुमार का कहना है की जांच टीम को स्कूल भेजा गया है. जांच होने के बाद कार्यवाही की जायेगी। थाना शाहगंज क्षेत्र न्यू गोविन्द नगर में न्यू सिम्बोजिया स्कूल में 9 की छात्रा के साथ टीचर द्वारा दुर्व्यवहार किया गया साथ ही बच्ची उसकी मां से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग भी किया गया। इस पूरे प्रकरण के

बाद बच्ची काफी डिप्रेशन में है। बच्ची की मां का कहना है की बच्ची तनाव में आकर उनसे कह रही है की वह जीना नहीं चाहती है जिससे छात्रा के घर में हड़कंप मचा हुआ है। छात्रा की माँ का आरोप है की स्कूल के डायरेक्टर ने घटना की शिकायत करने पर उनके हाथ में टीसी थमा दी।

लेकिन उन्होंने टीसी लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने स्कूल के डायरेक्टर पर बातचीत के दौरान जातिसूचक शब्द प्रयोग करने का आरोप भी लगाया है। दरअसल बच्ची चिलर के ठन्डे पानी से आँखें साफ कर रही थी। जिस पर टीचर ने उसे जमकर लथाड़ा जिससे बच्ची डिप्रेशन में आ गई।

छात्रा के माता पिता ने प्रकरण की शिकायत थाना शाहगंज में की। थाना प्रभारी ने मौके पर पुलिस को भेजा पुलिस ने स्कूल में बातचीत की तब उसका एडमिशन कटने से बच पाया, वहीं इस मामले पर डीआईओएस दिनेश कुमार ने कहा की उनके द्वारा दो सदस्यों की टीम स्कूल भेजी गई है। जांच के बाद फैसला लिया जाएगा। वहीं इस पूरे प्रकरण पर स्कूल के डायरेक्टर का कहना है की मामला बातचीत कर सुलझा लिया है।


हालांकि खबर लिखने तक यह मामला काफी गर्म था। इससे पहले भी सिम्बोजिया स्कूल पर आरोप लग चुके हैं। आरोपों की ख़बरों ने मीडिया में सुर्खियाँ भी बटोरी थीं। उस समय प्रकाश नगर के रहने वाले शिवेंद्र का आरोप था की उनकी बेटी कक्षा 8 की छात्रा है। उसको छुट्टी होने तक क्लास से बाहर रखा गया। उन्होंने स्कूल स्टाफ से बात की, तब स्टाफ ने बताया की स्कूल फीस भरने में 15 दिन की देरी हो चुकी है. इसलिए ऐसा किया गया। उन्होंने इस मामले की शिकायत डीएम से की थी। डीएम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दिए थे। अब एक बार फिर शेम्बोजिया स्कूल पर जातिसूचक शब्द और दुर्वयवहार करने के आरोप लगे है। जांच के बाद क्या तथ्य सामने आयेंगे यह देखने वाला विषय होगा।

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