लखनऊ, प्राइमरी स्कूलों में पढ़ा रहे करीब 300 दंपति शिक्षकों ने एक ही जिले में दोनों के तबादले किये जाने की मांग को लेकर मंगलवार को निशातगंज स्थित निदेशालय में धरना दिया। शिक्षकों ने कहा कि पति और पत्नी के अलग-अलग जिलों में होने की वजह से बच्चों और बुजर्ग माता पिता की देखभाल नहीं हो पा रही है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने शिक्षकों सात सदस्यी प्रतिनिधि मण्डल से बुलाकार वार्ता कर बात सुनी। उन्होंने आश्वासन दिया है कि 10 दिन में तबादले का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। इसके बाद शिक्षकों ने दोपहर करीब दो बजे धरना खत्म कर दिया। शिक्षकों ने कहा कि 10 दिन में तबादला पॉलिसी नहीं आयी तो दोबारा अनिश्चितकालीन धरने के लिये बाध्य होंगे।
निशातगंज स्थित निदेशालय में मंगलवार सुबह आठ बजे प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में तैनात करीब 200 दंपति शिक्षक बच्चों के साथ एक जिले में तबादले को लेकर पहुंचे। दंपत्ति एक ही जिले में तबादले की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
शिक्षक राजेश त्रिपाठी का कहना है कि प्रदेश भर के करीब 300 दंपतिशिक्षक अलग-अलग जिलों में 10 वर्ष से अधिक समय से स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। छोटे बच्चे और बुजुर्ग व बीमार माता पिता की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं। स्कूलों में बच्चों के पढ़ाने के साथ परिवारिक जिम्मेदारियों के चलते शिक्षक परेशान हैं।
स्कूल महानिदेशक कंचन वर्मा ने धरने पर बैठे शिक्षक राजेश त्रिपाठी, नितिन शर्मा, राजकुमार गुप्ता, साधना, सुभाष पाण्डेय और रत्नेश पाल को बुलाकर वार्ता कर भरोसा दिया।