लखनऊ। प्रदेश के 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की 1.10 लाख छात्राओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने उनके भोजन के लिए पैसा बढ़ा दिया है। अब 66 रुपये रोजाना प्रति छात्रा के हिसाब से भोजन पर खर्च होंगे। अब तक इसके लिए 60 रुपये रोजाना मिलते थे। इसके लिए आवश्यक बजट को प्रोजेक्ट एडवायजरी बोर्ड (पीएबी) ने मंजूरी दे दी है।
केजीबीवी में छात्राओं के पठन-पाठन के साथ उनके स्वास्थ्य सुधार पर भी काफी ध्यान दिया जा रहा है। इस क्रम में विद्यालयों को 9वीं से 12वीं तक उच्चीकृत ही नहीं किया जा रहा है, बल्कि विद्यालयों में 100 की क्षमता के छात्रावास, क्लास रूम व लैब बनाए जा रहे हैं। पीएबी की मंजूरी के बाद अब प्रति छात्रा हर माह 1800 की जगह 1980 रुपये खर्च किए जाएंगे।
समग्र शिक्षा के उप निदेशक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि काफी दिनों से छात्राओं की खुराक के लिए बजट को बढ़ाने की मांग की जा रही थी। इस बार पीएबी की बैठक में इसे मंजूरी मिल गई है। इससे छात्राओं को अब बेहतर भोजन दिया जा सकेगा। बता दें, केजीबीवी की छात्राओं को निशुल्क पढ़ाई के साथ निशुल्क आवासीय व भोजन की सुविधा दी जाती है।
459 केजीबीवी में रोटी बनाने के लिए लगेगी मशीन छात्राओं और कर्मचारियों की सुविधाओं के लिए 459 केजीबीवी में रोटी बनाने की मशीन भी लगाई जाएगी। पीएबी में इसके लिए भी बजट स्वीकृत कर दिया गया है। इससे छात्राओं की संख्या बढ़ने पर संबंधित कर्मचारियों
पर ज्यादा भार नहीं आएगा। विद्यालयों में वाशिंग मशीन, गीजर आदि की सुविधाएं भी स्वीकृत हुई हैं।