परिषदीय स्कूलों में बढ़े तो 10वीं और 12वीं में घट गए विद्यार्थी

अमरोहा: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान स्कूलों में शिक्षण कार्य बाधित हो गया। इसके चलते कई स्कूलों में ताला लटक गया। हालांकि जिले के परिषदीय और अनुदानित स्कूलों में बच्चों के नामांकन 14 हजार अधिक हुए हैं।


इसके साथ ही ऑनलाइन क्लासेज से बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की कवायद चलती रही। ऑपरेशन कायाकल्प से स्कूलों के माहौल में सुधार आया है। इस बीच परिषदीय स्कूलों में बच्चों का नामांकन का ग्राफ बढ़ गया, जबकि यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं में छात्र छात्राओं की संख्या में 3,906 छात्र छात्राओं की संख्या कम हो गई। पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से 22 शिक्षक और कर्मचारियों की मौत हो गई।

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से दिल्ली की तर्ज पर मोहल्ला क्लासेज शुरू हुआ। इसमें अध्यापक शहर और गांव में बच्चों को पढ़ाना शुरू किए।
प्राथमिक स्कूलों में 693 सहायक अध्यापकों की तैनाती
प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती के तहत जिले में सहायक अध्यापकों की तैनाती हुई। यह शिक्षक अब स्कूलों में तैनात कर दिए गए हैं।
राजकीय और अनुदानित विद्यालयों में 40 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति
शिक्षकों की कमी से जूझ रहे राजकीय और अनुदानित इंटर कॉलेजों में कुल 40 शिक्षकों की तैनाती हुई इससे पठन पाठन के स्तर में सुधार आया है।
राजकीय पॉलिटेक्निक सुतावली के बिल्डिंग में पठन पाठन शुरू
बिल्डिंग नहीं होने से दूसरे भवन में पठन पाठन हो रहा था अब अपनी बिल्डिंग में शिफ्टिंग हो गई है। इससे पहले बछरायूं पॉलिटेक्निक के उधार के कमरों में कक्षाएं संचालित हो रही थी। अप्रेन्टिस और रोजगार मेला से 650 बच्चों को रोजगार से जोड़ें
आईटीआई की ओर से अप्रेन्टिस और रोजगार मेला आयोजित किया गया प्रधानाचार्य शिव कुमार शर्मा ने बताया कि 650 लोगों को विभिन्न कंपनियों में नौकरी दिलाई गई है।