लेखपाल भर्ती का जल्द जारी होगा विज्ञापन


लखनऊ। राज्य सरकार की मंशा के मुताबिक उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने बहुप्रीतक्षित लेखपाल के रिक्त पदों पर भर्ती की तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए आयोग ने बुधवार को लेखपाल भर्ती परीक्षा से संबंधित योजना और पाठ्यक्रम जारी कर दिया है। अब जल्द विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगा जाएगा।


आयोग के परीक्षा नियंत्रक दिनेश ने बताया कि परीक्षा 100 अंकों की होगी परीक्षा में सामान्य हिंदी, गणित, सामान्य ज्ञान और ग्राम्य समाज एवं विकास विषय के 25-25 सवाल पूछे जाएंगे। वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। यानी कुल 100 अंक के 100 सवाल पूछे जाएंगे। गलत सवाल पर निगेटिव मार्किंग भी जाएगी। परीक्षा दो घंटों की होगी।

परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि गणित में संख्या पद्धति प्रतिशतता लाभ हानि, सांख्यिको आंकड़ों का वर्गीकरण, बारंबारता बारंबारता बंटन, सारणीयन, संचयी बारंबारता
के बारे में पूछा जाएगा। इसके अलावा आंकड़ों का निरूपण, दंड चार्ट, पाई चार्ट आयत चित्र, बारंबारता बहुभुज, केंद्रीय माप, समांतर माध्य, माध्यिका एवं बहुलक से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे। बीजगणित में लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्त्य और उसमें संबंध युगपत समीकरण, द्विघात समीकरण, गुणन खंड क्षेत्रफलए वृत्त की परिधि एवं क्षेत्रफल से जुड़े प्रश्न होंगे।

ग्राम्य समाज एवं विकास में ग्राम्य विकास भारतीय संदर्भ में ग्राम्य विकास कार्यक्रम, ग्राम्य विकास योजनाएं व प्रबंधन, ग्राम्य विकास शोध प्रणालियां, ग्रामीण स्वास्थ्य योजनाएं, ग्रामीण सामाजिक विकास, ग्राम्य विकास और भूमि सुधार, त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था केंद्र व राज्य सरकार की ग्राम्य विकास से संबंधित योजनाओं के बारे में सवाल पूछा जाएगा इसी प्रकार सामान्य ज्ञान में सामान्य विज्ञान, राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएं, भारत का इतिहास, भारत राष्ट्रीय आंदोलन, भारतीय राजव्यवस्था और अर्थव्यवस्था, विश्व भूगोल व जनसंख्या के बारे में सवाल पूछा जाएगा।



इन विषयों से संबंधित होंगे सवाल

परीक्षा नियंत्रक दिनेश ने बताया कि सामान्य हिंदी में समास, विलोम, पर्यायवाची एवं तद्भव संधियां और वाक्यांशों के लिए एक शब्द निर्माण, लोकोक्तियां एवं मुहावरे, वाक्य संशोधन, लिंग, वचन, कारक, काल, वर्तनी, त्रुटि से संबंधित अनेकार्थी शब्द अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे।