उत्तर प्रदेश पात्रता परीक्षा पेपर लीक होने के चलते निरस्त हो गई है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से जल्द परीक्षा कराने को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही हैं। मंगलवार को शासन स्तर पर इसको लेकर एक बैठक हुई, जिसमें सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी को भी बुलाया गया था।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी इस बार की परीक्षा में क ई जिलों में केंद्रों को भी बदल सकता है। इस बार वित्तविहीन विद्यालयों की जगह राजकीय, सहायता प्राप्त, डिग्री कॉलेज, सीबीएसई और आईसीएसई के कॉलेजों को केंद्र बनाने में तरजीह दी जा सकती है। बेहतर छवि वाले वित्तविहीन विद्यालयों को ही केंद्र बनाया जाएगा।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी का पूरा जोर त्रुटिहीन प्रश्न पत्र तैयार करने पर है। इसके लिए विषय विशेषज्ञों को भी बुलाने की तैयारी है। यह सब प्रक्रिया पूरा करने में लगभग एक माह लगभग जाएगा। ऐसे में दिसंबर महीने में टीईटी परीक्षा कराना संभव नहीं है। ऐसे में जनवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में यह परीक्षा हो सकती है।