UPTET 2021 पेपर लीक कांड में कई और पर कसेगा कानूनी शिकंजा,आरोपितों पर गैंगस्टर लगेगा, संपत्ति होगी जब्त


लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपी टीईटी) 2021 का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में एसटीएफ की जांच के घेरे में आए कई और आरोपितों पर जल्द कानूनी शिकंजा कसेगा। परीक्षा नियामक प्राधिकारी के निलंबित सचिव संजय उपाध्याय की गिरफ्तारी के बाद कई विभागीय अधिकारियों की भूमिका भी देखी जा रही है। उनसे पूछताछ भी की जा सकती है। 




हालांकि एसटीएफ पहले आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड के निदेशक राय अनूप प्रसाद के अन्य साथियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। संजय उपाध्याय व राय अनूप की नोएडा के जिस पांच सितारा होटल में मुलाकात हुई थी, उसकी और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है। सूत्रों का कहना है कि जांच में यह भी सामने आया है कि आरएसएम फिनसर्व कंपनी ने जिन चार अन्य कंपनियों को पेपर प्रिंट करने का काम बांटा था, उनके संचालकों के संपर्क में भी कई संदिग्ध थे। जिनके तार पेपर लीक कांड से जुड़े हैं। संजय छह वर्ष नोएडा में डायट में तैनात था। उसी दौरान राय अनूप प्रसाद से परिचय हुआ था।




आरोपितों पर गैंगस्टर लगेगा, संपत्ति होगी जब्त
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी) का पेपर आउट करने के आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। दरअसल, टीईटी परीक्षा में नोएडा और दिल्ली की तीन प्रिंटिंग प्रेस को छपाई का ठेका दिया हुआ था। एसटीएफ का मानना है कि प्रिंटिंग प्रेस में छपाई के • दौरान पेपर लीक किया गया। सिपाही के शिक्षक भाई की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा कि पेपर किस प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था। अलीगढ़ के हजियापुर टप्पल के गौरव मलान की गिरफ्तारी के बाद साफ हो गया कि पेपर आउट कराने वाला सरगना अलीगढ़ के गौडा का निर्दोष चौधरी है। एसटीएफ सीओ ब्रिजेश सिंह ने बताया कि निर्दोष और विष्णु की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा कि पेपर कहां से आउट हुआ।